हजारीबाग। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि जनता की भागीदारी से ही विकसित राज्य का सपना पूरा होगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में संभावनाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन निचले स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार और बिचौलियों के कारण यहां का अपेक्षित विकास नहीं हो पा रहा था। भ्रष्टाचार को केवल सरकार और नौकरशाही के भरोसे समाप्त नहीं किया जा सकता है। जनता की भागीदारी से न केवल भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा बल्कि शासन व समाज की विकृतियां समाप्त होगी और राज्य विकसित होगा। वह शुक्रवार को हजारीबाग स्टेडियम में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत पंचायत स्वयंसेवकों के सम्मेलन में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों के माध्यम से जाति, आवासीय एवं आय प्रमाण पत्र बनवाना सुनिश्चित होगा। साथ ही बिजली कनेक्शन दिलवाने के साथ ऊर्जा बचत में एलईडी बल्ब, पंखा बिक्री से लेकर अधूरे पड़े शौचालय को पूर्ण करवाने का काम करेंगे। कुल मिलाकर बीडीओ को केवल विकास के कार्य के लिए जवाबदेह बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों के सहयोग से राज्य में अच्छी शासन व्यवस्था दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार गांधी जी के सपनों को पूरा करते हुए पंचायती राज व्यवस्था को जनता के सहयोग से स्वशासन का केन्द्र बनाना चाहती है। ऐसा हुआ तो राज्य देश के लिए रोल मॉडल बनेगा। उन्होंने 2018 तक राज्य को स्वच्छ बनाने में सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि कौशल विकास योजना के तहत पंचायत के 100 युवकों को कौशल युक्त बनाया जाएगा ताकि वे गांव के आर्थिक विकास के लिए सहयोगी बनें और पलायन पर रोक लगे।
उन्होंने कहा कि लोगों को देश के लिए जीने का मौका है, इसे बिना गंवाए गरीबों के लिए, अशिक्षितों के लिए कार्य करना है। समाज के अंतिम व्यक्ति के लिए कार्य करना है। स्वयं सेवकों के कार्यों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इनके द्वारा गांव के लिए सर्वेक्षण कर जो सूची सौंपी है वह प्रशंसनीय हैं, इसी के आधार पर सरकार कार्य और खर्च करेगी । स्वयंसेवकों की ओर से राज्य के अनाथ बच्चों, भूमिहीन, विधवा एवं घर विहीन विधवा की सूची उपलब्ध करायी गयी है। इसके लिए उन्होंने स्वयंसेवकों को सैल्यूट किया। उन्होंने जनता पर विश्वास करते हुए कहा कि पदाधिकारी सहयोग करें।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि सरकार राज्य के युवाओं को रोजगार देकर विकसित राज्य बनाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने गांव के विकास के लिए काम करने का आह्वान किया। शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने आपसी समन्वय के साथ कार्य करने पर बल दिया और कहा कि जागरूकता से लोगों की समस्या दूर होगी। कार्यक्रम को मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव अमित खरे, सचिव डॉ नितीन मदन कुलकर्णी, ए पी सिंह, कार्मिक सचिव निधि खरे, राज्य कौशल विकास निदेशक रवि रंजन, ग्रामीण विकास सचिव वंदना दावेदार ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में विधायक सह आवास बोर्ड के अध्यक्ष जानकी यादव, विधायक मनोज कुमार यादव, बिजली बोर्ड के अध्यक्ष राहुल पुरवार, भूमि राजस्व सचिव के के सोन सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।