झारखंड
मेडिकल प्रोटेक्शन बिल वापस ले सरकार
By Deshwani | Publish Date: 13/5/2017 7:02:34 PMरांची। भाकपा माले राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने रघुवर मंत्रिमंडल द्वारा पारित मेडिकल प्रोटेक्शन बिल को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि झारखंड में मेडिकल प्रोटेक्शन बिल नहीं बल्कि जन स्वास्थ्य नीति बनाने की जरूरत है। मेडिकल प्रोटेक्शन के नाम पर सरकार स्वास्थ्य सेवा को बाजार के हवाले करने के साथ ही मरीजों की मनमानी लूट का जरिया बना देना चाह रही है। हिंसात्मक मामलों को रोकने के लिए आईपीसी में प्रावधान हैं। बावजूद सरकार इस तरह का बिल लाकर बड़े-बड़े निजी हॉस्पिटल का धंधा करनेवालों फायदा पहुंचाने का काम कर रही है। यह न डाक्टरों के लिए लाभप्रद है और न मरीजों के लिए, यह पूरी तरह मेडिकल का धंधा कर रहे बड़े कारपोरेट घरानों के हित में है।
उन्होंने कहा कि बेतहासा लूट को संरक्षित करने के लिए ही काले कानूनों का डंडा चाहिए। स्वास्थ्य सेवा करनेवाले डॉक्टरों को इस तरह के कानून की जरूरत नहीं है। सरकार मेडिकल का धंधा कर रहे कंपनियों के हाथों अपनी जनता को लूटने का जो काम कर रही है, उसे बंद करे। मेडिकल प्रोटेक्शन बिल अर्जुन मुंडा के कार्यकाल से ही विवादों में रहा है। पूर्ववर्ती सरकारें भी कई संशोधन करके इसे विधानसभा के माध्यम से बढ़ा रही थी। रघुवर सरकार ने मेडिकल का धंधा करनेवालों के लिए इसे लाकर झारखंड की जनता के साथ धोखाघड़ी कर रही है। सरकार तत्काल इसे वापस ले अन्यथा झारखंड की जनता इसके खिलाफ सड़कों पर उतरेगी।