ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
झारखंड
झारखंड के जेलों में लगे जैमर हुए बेकार, 4 जी सिग्नल पर लगाम नहीं
By Deshwani | Publish Date: 26/4/2017 2:35:45 PM
झारखंड के जेलों में लगे जैमर हुए बेकार, 4 जी सिग्नल पर लगाम नहीं

रांची। झारखंड की जेलों में लगे जैमर बेकार साबित हो रहे हैं। जैमर 4 जी मोबाइल के सिग्नल पर लगाम नहीं लगा पा रहा। साथ ही वाट्सएप और फेसबुक के जरिए हो रही बातचीत भी ब्लॉक नहीं कर पा रहा है। 

सूत्रों के अनुसार बंदी जेल से वीडियो कॉलिंग भी कर रहे हैं। इससे जेल अधिकारियों की परेशानी बढ़ती जा रही है और जेलों की सुरक्षा का सवाल भी खड़ा होने लगा है। इसे लेकर लगातार जेल प्रशासन और जिला प्रशासन जेल में छापेमारी कर रहे है। छापेमारी में कई जेलों से मोबाइल भी मिल चुका है। जेल प्रशासन जैमर को अपडेट कराने में लगी हुई है। जिससे 4जी नेटवर्क को भी जाम किया जा सके। राज्य के हजारीबाग,दुमका और रांची में केंद्रीय कारा है। इसके अलावा 18 जिला और मंडल कारा है। इन जेलों में करीब नौ हजार विचाराधीन कैदी बंद है। जिन्हें सजा नहीं हुई। सजा पाने वाले कैदियों की संख्या करीब 3000 से अधिक है। इनमें साढे़ तीन हजार के करीब नक्सल मामलों के आरोपी हैं। झारखंड की जेलों में लगा जैमर 3G सिग्नल को ब्लॉक करता है। 
4जी के लिए यह काम नहीं कर पाता। जिस समय जैमर लगाया गया था उस समय 2 जी उपयोग में था। उसे अपडेट कर 3 जी को कवर किया गया था। जेलों में जैमर हैदराबाद की ईसीआईएल कंपनी ने लगाया है उस समय जैमर लगाने के बदले में कंपनी को करीब 19 करोड़ो रुपये दिए गए थे। गौरतलब है कि सरायकेला-खरसावां और गिरिडीह में जेल ब्रेक की घटनाएं हो चुकी हैं। सरायकेला से 5 बड़े नक्सली भाग गए थे। गिरिडीह में कैदियों को लेकर जा रहे वाहन पर हमला कर सभी नक्सलियों को छुड़ा लिया गया था। झारखंड के कई जेलों को नक्सलियों ने अपने निशाने पर रखा है जिनमें लातेहार, खूंटी और गढ़वा जेल शामिल हैं। 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS