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रांची
नौकरी के लिए मलेशिया गए झारखंड के 11 मजदूर फंसे
By Deshwani | Publish Date: 15/2/2018 12:52:05 PM
नौकरी के लिए मलेशिया गए झारखंड के 11 मजदूर फंसे

रांची। झारखंड के गिरिडीह, बोकारो व सिमडेगा जिले के 11 मजदूर जो कि नौकरी के सिलसिले में मलेशिया गए थे वहां बुरी तरह से फंस गए हैं। उन्होंने विदेश मंत्रालय से मदद की गुहार लगाई है। नौबत यहां तक आ गई है कि उन मजदूरों को ना तो तय मजदूरी मिल रही है और ना ही खाने तक के पैसे उनके पास हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक मजदूरों के पासपोर्ट भी कंपनी ने अपने पास रख लिए हैं, जिसकी वजह से उन्हें वहां से निकलने में भी मुश्किलें आ रही हैं। इन सभी मजदूरों ने संयुक्त रूप से विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है और वतन वापसी की गुहार लगाई है। वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि विदेश मंत्रालय इस मामले को देख रही है और जल्द ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।
 
यह मामला उस वक्त सामने आया, जब बगोदर इलाके में संचालित वॉट्सएप के प्रवासी ग्रुप के एडमिन सिकंदर अली ने यह बात जाहिर की। उन्होंने बताया, 'झारखंड के अलग- अलग इलाके के 35 मजदूर मलेशिया में फंसे हुए हैं। भारतीय हाई कमिशन को भी मामले से जुड़ी हर जानकारी दे दी गई है।' मजदूरों ने कहा कि एक ओर तो मजदूरी नहीं दी जा रही है और दूसरी तरफ उनका वीजा भी कंपनी ने जब्त कर लिया है।  दरअसल मजदूरों को मलेशिया भेजने वाले एजेंट और कंपनी में एक समझौता होता, जिसके मुताबिक काम मजदूर करेंग लेकिन उसकी मजदूरी एजेंट को मिलती है, फिर एजेंट मजदूरों को पैसा देता है। 
 
पीड़ित मजदूरों ने विदेश मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा है, 'हमें लीड मास्टर इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन एसडीएन डॉट बीएचडी कंपनी में काम दिया गया था। कंपनी के साइट मैनेजर से जब मजदूरी भुगतान करने की मांग की जाती है तो वे बार- बार पैसे की मांग करने से मना करते हैं तथा मारपीट की धमकी देते हैं। ऐसे में भारत वापसी के अलावा अब कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है।' सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली जो कि प्रवासी मजदूरों के लिए काम करते हैं, ने मलेशिया में फंसे सभी मजदूरों की सुरक्षित वतन वापसी कराने की सरकार से गुहार लगाई है।
 
गिरिडीह के मधुबन थानाक्षेत्र के बरकीसिधवारा निवासी भीम महतो, कोलेशवर रविदास, महेन्द्र कुमार महतो, कुबरापाथर निवासी छोटेलाल सोरेन, बरियारपुर निवासी बिनोद कुमार महतो, बोकारो के चिलगो निवासी विजय कुमार करमाली, सत्यदेव करमाली, राजेंद्र महतो, गोमिया के जरकुंडा नावाटांड निवासी लोकनाथ रविदास, हडाडे बनचतरा निवासी गणेश किस्कू एवं सिमडेगा जिला अंतर्गत पंडरीपानी प्रखंड क्षेत्र के मरोमदगा कशबहार गांव निवासी कैलाश प्रधान शामिल हैं।
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