झारखंड
ठीक होने वाली मानसिक बीमारी है डिप्रेशन : डॉ पवन बर्णवाल
By Deshwani | Publish Date: 6/4/2017 6:29:37 PMरांची। न्यूरो साइकियाट्रिस्ट डॉ पवन कुमार वर्णवाल ने कहा कि वर्तमान में सभी बीमारियों का इलाज संभव है। बशर्ते तत्काल डाक्टरी परामर्श लिया जाये। आज 4.5 प्रतिशत लोग डिप्रेशन का शिकार हैं। पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को यह बीमारी ज्यादा होती है।
बर्णवाल गुरुवार को बरियातू स्थित होटल आदित्य में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से प्रत्येक वर्ष सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है कि जटिल बीमारियों के प्रति लोगों को जागरुक करना है। प्रत्येक वर्ष डब्ल्यूएचओ किसी खास समस्या को फोकस करते हुए उसे थीम के तौर पर शामिल करता है। इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य दिवस का थीम डिप्रेशन है। उन्होंने बताया कि विश्व में 4.4 प्रतिशत व्यक्ति डिप्रेशन से ग्रसित हैं। इनमें महिलाओं की संख्या 5.1 और पुरूषों की संख्या 3.6 प्रतिशत है। 2005 से 2015 के बीच डिप्रेशन के मरीजों की संख्या में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। रुरल से ज्यादा अर्बन एरिया में डिप्रेशन के मरीज पाये गये हैं। डिप्रेशन से ग्रसित आत्महत्या के कारण मृत्यु होने वाले व्यक्ति की संख्या आठ लाख के करीब है। इससे 15 से 29 वर्ष के आयु के लोग आत्महत्या सबसे ज्यादा करते हैं।
उन्होंने कहा कि डिप्रेशन ठीक होने वाली एक मानसिक बीमारी है। डिप्रेशन के मरीज इसे हल्के में नहीं ले और तत्काल इसका इलाज करवायें। प्रेसवार्ता में जावेद अख्तर सहित अन्य लोग उपस्थित थे।