रांची (हि.स.)। राजधानी,रांची समेत पूरे झारखंड में हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है। इस कड़ाके की ठंड से सबसे ज्यादा मार दैनिक मजदूरों पर पड़ी है । ये लोग दिनभर मजदूरी करने के बाद रात फुटपाथों पर बिताने के लिए मजबूर हैं ।
राज्य सरकार की ओर से ठंड से बचने के लिए जो कुछ व्यवस्था की गयी है जो नाकाफी है । रात को राजधानी के विधानसभा गेट, बसस्टैंड ,अल्बर्ट एक्का चौक, स्टेशन चौक और मुख्य सड़क को छोड़कर और कहीं अलाव की व्यवस्था नहीं होने से फुटपाथ पर अपन जीवन गुजारने वाले लोगों का जीना दूभर सा हो गया है । गत 10 दिनों से रांची में पड़ रही कड़ाके की इस ठंड से खुले आसमान के नीचे रात गुजारने वाले मजबूर-बेघरों के लिए बोरा-चट्टी का ही सहारा है ।
इस क्रम में विधानसभा गेट के ठीक सामने खुले आसमां के नीचे अपना असियाना बनाए हुए गीता उरांव, मंगनी मुंडा ने बातचीत में बताया कि दिनभर मांगकर गुजारा करती हूं। रोजी रोटी की तलाश में यहां से वहां भटकने को मजबूर हैं । सर्दी ज्यादा होने के कारण गीता के बच्चे सो नहीं पाते तो वहां के पेड़ों की लकड़ियों को तोड़कर जलाने पर ही इन परिवार के लोग इस ठंड में सुकून से सो पाते हैं।
ठंड से रेलगाड़ियों के आवागमन पर असर
उत्तर भारत में पड़ रही ठंड और कोहरे से झारखंड आने वाली ट्रेनें घंटों विलंब से रांची पहुंच रही हैं । दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस, जम्मूतवी एक्सप्रेस, हावड़ा-हटिया क्रियायोग एक्सप्रेस और पटना से रांची आने वाली भी अधिकाशंत ट्रेनें दो से चार घंटे की देरी से रांची पहुंच रही है । गुरुवार को राजधानी एक्सप्रेस विलंब से आने के कारण रांची से खुलनेवाली यह ट्रेन एक घंटे विलंब से रवाना हुई ।
शुक्रवार को रांची का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 06 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया ।