झारखंड
टोरी रेल लाइन का विद्युतीकरण होने में लगेंगे डेढ़ साल
By Deshwani | Publish Date: 14/3/2017 5:53:27 PMरांची। बड़कीचांपी-टोरी रेल लाइन से दिल्ली तक का सफर तय करने के लिए यात्रियों को अभी डेढ़ साल और इंतजार करना पड़ेगा। पिछले दिनों ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु और मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस रूट का ऑनलाइन उद्घाटन किया है, लेकिन रूट में विद्युतीकरण का काम पूरा नहीं होने के कारण फिलहाल इस पर डीजल इंजन ही चल रही है। इस रूट का विद्युतीकरण होने में कम से कम डेढ़ साल लग सकता है। एक वरिष्ठ रेल अधिकारी ने बताया कि अभी इस रूट पर दिल्ली के लिए ट्रेनों का परिचालन होना मुश्किल है क्यों की यहां विद्युतीकरण का काम नहीं हुआ है। यह काम इलाहाबाद डिवीजन को करना है।
अधिकारी का कहना है इस रेल लाइन में विद्युतीकरण होने में कम से कम डेढ़ साल का समय लगेगा। रांची-लाेहरदगा-बड़कीचांपी-टोरी रेल लाइन का काम 1997 में शुरू हुआ था। इसके निर्माण में 583 करोड़ की लागत आई। इस रूट के शुरू होने से रांची से दिल्ली की दूरी करीब 110 किमी कम हो गयी है। यहां पूरी तरह से रेल परिचालन होने पर रांची से दिल्ली तक के सफर में दो घंटे की कटौती होगी। रांची-टोरी लाइन बनने से पहले अबतक दिल्ली जाने के लिए रांची से मुरी होते हुए बड़काकना या फिर गोमो मार्ग होकर जाना पड़ता था। जबकि अब रांची से टोरी तक पहुंचने में तीन घंटे का समय लगेगा। टोरी स्टेशन के बाद दिल्ली जाने के लिए लाइन जुड़ जाती है। टोरी रेल लाइन चालू होने के बाद अब दिल्ली के लिए तीन रेल लाइनें हो गई हैं। रांची से दिल्ली की दूरी 1305 किलोमीटर है। इस लाइन के बन जाने से यह दूरी करीब 1200 किमी हो गई है।