नई दिल्ली, (हि.स.)। इसरो की व्यावसायिक इकाई एंट्रिक्स कॉरपोरेशन लिमिटेड (एसीएल) ने 23 जून को पीएसएलवी सी 38 मिशन के माध्यम से 29 विदेशी नेनो सेटलाइट अंतरिक्ष में भेजकर करीब 61 लाख यूरो कमाये हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अंतर्गत अंतरिक्ष विभाग के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने लिखित उत्तर में बताया कि 30 नैनोसेलेटियों में से 29 एंट्रिक्स कॉरपोरेशन लिमिटेड (एन्ट्रिक्स) और विदेशी ग्राहक के बीच वाणिज्यिक व्यवस्था के तहत लॉन्च किए गए थे। वहीं एक नैनो सैटेलाइट नूरुल इस्लाम विश्वविद्यालय (तमिलनाडु) का था। उन्होंने यह बयान सांसद सताव राजीव और पी.आर. सुंदरम के पूछे गए एक प्रश्न के जवाब दिया।
यह 29 सेटलाइट ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, चिली, चेक गणराज्य, फ्रांस, फिनलैंड, जर्मनी, इटली, जापान, लाटविया, लिथुआनिया, स्लोवाकिया, ब्रिटेन और अमेरिका के थे। परिणामस्वरूप एंटीट्रिक्स ने लगभग 6.1 मिलियन डॉलर की विदेशी मुद्रा अर्जित की जो यह लगभग 45.2 करोड़ रुपये है।
1990 और 2014 के बीच इसरो ने विदेशी ग्राहकों के 40 उपग्रहों को लॉच कर 484 करोड़ रुपये कमाए। 2015 में, अंतरिक्ष विभाग द्वारा जारी किए गए एक बयान के मुताबिक व्यावसायिक प्रक्षेपण सेवाओं के माध्यम से एंटरिक्स ने 230 करोड़ रुपये कमाए। तब से एक महत्वपूर्ण बदलाव यह रहा है कि अमेरिका सबसे बड़ा ग्राहक बन गया है जिसका पहला सेटलाइट 2015 में लॉच किया गया था।