रांची, (हि.स.)। अब पुलिस से स्मार्ट होंगे होमगार्ड के जवान। इसके लिए होमगार्ड के डीजी बीबी प्रधान ने कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। पुलिस की तरह ही होमगार्ड के जवानों को भी वर्दी भत्ता दिया जाता है, लेकिन पुलिस के जवानों की तरह होमगार्ड के जवान नियमित रूप से वर्दी में नजर नहीं आते हैं या पुलिस की तुलना में बेहतर ढंग से वर्दी नहीं पहनते। इसकी वजह से पुलिस के जवान अपेक्षाकृत ज्यादा चुस्त-दुरुस्त नजर आते हैं।
इसे ध्यान में रखते हुए डीजी होमगार्ड बीबी प्रधान ने आदेश जारी किया है। इसमें बेहतर ढंग से वर्दी पहनने से लेकर कई तरह के निर्देश दिए गए हैं, ताकि होमगार्ड के जवान भी स्मार्ट पुलिस से ज्यादा स्मार्ट रहते हुए अनुशासित रूप से काम करें।
इसके लिए डीजी ने आदेश दिया है कि जिले के पुलिस अधीक्षक की तरह डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट को हर माह सात तारीख को गृह रक्षकों की बैठक बुलानी है। इसमें खास तौर पर गृहरक्षकों के अनुशासन और कल्याण से संबंधित मुद्दों पर बात होगी।
डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट को यह पता करना है कि सभी होमगार्ड को वर्दी भत्ते का भुगतान हुआ या नहीं। इसके साथ ही उन्हें नियमित रूप से जांच करनी है कि गृहरक्षक वर्दी में ड्यूटी कर रहे हैं या नहीं। इधर, गृह रक्षकों को यह जानकारी देनी है कि ढंग से वर्दी नहीं पाने की स्थिति में उनकी छवि समाज में खराब होती है।
गौरतलब है कि विधि व्यवस्था हो या थाने में पुलिस की कमी हो या कोई समारोह इन सभी कार्यक्रमों की जिम्मेवारी गृह रक्षकों के कंधों पर होती है। ऐसे में उन्हें चुस्त-दुरुस्त होना बेहद ही जरूरी है।