रांची, (हि.स.)। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। विकास हमेशा पर्यावरण सापेक्ष होना चाहिए। पर्यावरण और लोगों के बीच सीधा संबंध होना चाहिए। पर्यावरण संरक्षण के मामले में भी भारत दुनिया को राह दिखाता रहा है। रांची मछली घर के खुलने से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि बच्चों को भी काफी जानकारियां मिलेंगी और उनका दृष्टिबोध व्यापक होगा।
मुख्यमंत्री बुधवार को ओरमांझी में भारत के सबसे बड़े फ्रेश वाटर इक्वेरियम रांची मछली घर का उद्घाटन तथा इको पार्क का शिलान्यास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि झारखंड देश के सबसे बड़े मछली पार्क के लिए जाना जाएगा। यहां देश-विदेश की विभिन्न प्रजातियों की मछलियां रखी गई हैं। शहर की भीड़ भाड़ और तनावपूर्ण जीवन से दूर लोग यहां अपने परिवार के साथ आकर सुकून का समय बिता सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई काम कर रही है। इसी कड़ी में इको पार्क का शिलान्यास किया गया है। यहां रोज गार्डन, चिल्ड्रेन जोन, भूल भलैया, झरना, फव्वारा आदि रहेंगे। पास ही तितली पार्क भी बनाया जा रहा है। यहां विभिन्न प्रजातियों की रंग-बिरंगी तितलियां रहेंगी। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की विश्व चिन्ता को कम करने में वनों की अहम भूमिका है। इको पार्क वन्य जीवन को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रतीक होगा।
वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव इंदु शेखर चतुर्वेदी ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान परिसर स्थित मछली घर 36000 वर्ग फीट में फैला है। 58 फिश टैंक में 120 प्रजाति की लगभग 1500 मछलियां यहां प्रदर्शित की गई हैं। ये शाकाहारी, मांसाहारी, सर्वाहारी व अपमार्जक श्रेणी की हैं। यहां भारत के अलावा बैंकाक, सिंगापुर से भी मछलियां मंगाई गई हैं। इको पार्क को 5.67 करोड़ रुपये में 4.99 एकड़ में विकसित किया जा रहा है।