रांची, (हि.स.)। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राजधानी रांची से बहरागोड़ा तक सड़क के किनारे सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जायेगा । यह कार्य कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत टाटा स्टील द्वारा किया जायेगा। इसी प्रकार राज्य की अन्य महत्वपूर्ण सड़कों के किनारे भी विभिन्न कंपनियों द्वारा सीएसआर के सहयोग से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जायेगा । इससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी वहीं, ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) की दिशा में यह कारगर कदम होगा ।
दास शुक्रवार को झारखण्ड मंत्रालय में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित ओडीएफ कनक्लेव के अवसर पर लोगों को संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार, कारपोरेट सेक्टर, स्वयंसेवी संस्था, मीडिया एवं जनता सभी एक साथ मिलकर झारखण्ड को 2018 तक ओडीएफ करेंगे । विगत दिनों झारखण्ड में सीएसआर काउंसिल का गठन किया गया। सीएसआर के तहत खर्च किये jन वाले 2 प्रतिशत राशि में से एक प्रतिशत राशि काउंसिल के माध्यम से खर्च करने का प्रावधान किया गया है । सीएसआर काउंसिल द्वारा राज्य के लिए तीन प्राथमिकताएं निर्धारित की गई हैं । इनमें राज्य को ओडीएफ करना, पूरे राज्य में पाईप जलापूर्ति योजना को लागू करना तथा राज्य को कुपोषण से मुक्त करना शामिल है । हम इस पर गंभीरतापूर्वक कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा डिस्ट्रीक्ट माइनरल फाउंडेशन के गठन एवं इसे प्राप्त होने वाले राजस्व का 30 प्रतिशत राशि का उपयोग संबंधित क्षेत्रों के विकास पर किये जाने वाले ऐतिहासिक निर्णय से विकास कार्य में तेजी आयी है । इस मद में प्राप्त राशि से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में 1500 करोड़ की लागत से पाइप जलापूर्ति योजना को कार्यान्वित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पाईप वाटर सप्लाई 12 प्रतिशत से बढ़कर 30 प्रतिशत तक हो गया है । ओडीएफ के तहत बनाए जाने जाने वाले शौचालय को स्वच्छ रखने में यह जलापूर्ति योजना सहायक साबित होगी। दास ने कहा कि सामाजिक परिवर्तन में समय लगता है । हमारी आलोचना होगी लेकिन हम लगातार प्रयास करते रहेंगे । हम कार्य करते रहेंगे । छोटे-छोटे कार्य से ही बड़ा बदलाव संभव हो पाता है ।
सीएम दास ने यह कहकर सबको चौंका दिया जब उन्होंनेकहा कि जमशेदपुर की एक छोटी बच्ची ने अपने पॉकेट खर्च का पैसा बचाकर एक गरीब के शौचालय का निर्माण कराया । यह छोटा प्रयास बतलाता है कि हम बदलाव के डगर पर चल पड़े हैं । उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने समाज के अंतिम व्यक्ति को भी सामाजिक कुरीतियों एवं अंधविश्वास के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा। आज विज्ञान आधारित युग में भी लोग खुले में शौच के लिए जाते हैं।
हमारी मां-बहनें भी खुले में शौच के लिए जाती हैं। यह कलंक की बात है। हमने इस कलंक को मिटाने का प्रण लिया है। राज्य के 25 प्रखण्डों, 742 ग्राम पंचायतों तथा 5136 कनक्लेव में टाटा स्टील के वाईस प्रेसिडेंट सह सीआईआई झारखण्ड के चेयरमैन सुनील भास्करण, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव एपीसिंह, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल समेत विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।