झारखंड
हाइटेक प्रचार युग में झामुमो फिसड्डी
By Deshwani | Publish Date: 31/5/2017 5:38:44 PMरांची, (हि.स.)। झारखंड की मुख्य विपक्षी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) हाईटेक युग में भी फिसड्डी बन कर रह गई है। पार्टी की आधिकारिक वेबसाइट पर 2014 के आगे की प्रेस विज्ञप्ति तक अपलोड नहीं है। यही नहीं नववर्ष का आखिर संदेश भी 2016 का है।
कुल मिलाकर अगर देखा जाये तो 19 विधायकों और तीन सांसदों वाली झामुमो की तमाम ऑनलाइन गतिविधियां गत दो वर्षों से थमी हुयी है। जबकि हाईटेक होने की इस प्रक्रिया को शुरुआत में अच्छा रिस्पांस मिला था। झामुमो की सरकार में पार्टी को हाईटेक बनाने के लिए तमाम उपाय किये गए थे, परंतु सत्ता से हटते ही सब पर विराम लग गया। मिस्ड काल के जरिये एक लाख से ज्यादा नए सदस्य बनाने वाली झामुमो अब न तो सोशल मीडिया पर ही सक्रिय है और न ही अन्य कहीं। वैसे 2014 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने संसाधनों के मामले में राष्ट्रीय दलों को भी कड़ी टक्कर दी थी। हेमंत सोरेन ने अपने 14 माह के कामकाज को आधार बनाते हुए बड़े पैमाने पर प्रचार अभियान चलाया था। इसका परिणाम यह हुआ कि मोदी लहर में भी झारखंड मुक्ति मोर्चा की सीटें बढ़ीं।