भोपाल । मप्र विधानसभा चुनाव के तहत प्रदेश में विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी के तहत कांग्रेस ने भाजपा को टक्कर देने के लिए प्रदेश स्तर पर अपनी टीम तैयार करने के लिए टेलेंट सर्वे शुरू किया है। दो दिवसीय यह टेलेंट सर्वे शुरू हो गया है। कांग्रेस का यह नया अंदाज शुक्रवार को भी जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि इस बार मप्र विधान सभा चुनाव के लिए कमर कस रही कांग्रेस पिछले 14 साल से मप्र की सत्ता से बाहर है।
दरअसल चुनाव में भाजपा को टक्कर देने कांग्रेस ने टेलेंट सर्वे शुरू किया है। इसके तहत वह प्रदेश भर में अच्छे वक्ताओं की तलाश शुरू की है। इसके तहत कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखने वाले आधुनिक उदारवादी, प्रगतिशील और राष्ट्रवादी सोच के लोगों को पार्टी से जोड़ऩे के लिए टेलेंट सर्च अभियान शुरू किया गया है। इसमें वक्ताओं, प्रवक्ताओं के अलावा सोशल मीडिया पर काम करने वालों की भी तलाश की जा रही है।
इस टेलेंट सर्च से रूबरू कराने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने से जोड़ऩे के उद्देश्य से विशेष तौर पर एआईसीसी के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह, सुरजेवाला, मीडिया समंवयक रोहन गुप्ता, प्रवीण मिश्रा और मनीष दोषी बतौर जज के रूप में कांग्रेस कार्यालय में टेलेंट को परख रहे हैं। इस टेलेंट सर्च में कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री दीपक बावरिया और प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव भी उपस्थित हैं।
पूछे जा रहे हैं ये सवाल
पीसीसी में चल रहे इस टेलेंट सर्च में आवेदकों को संबोधित करते हुए कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने कहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार की सबसे बड़ी कमजोरी क्या है? भाजपा ने जहां राज्य सरकारें बनाईं, वहां पावर कैप्चर किया, शिवराज के वायदे, बारह हजार में से ग्यारह हजार नौ सौ वायदे पूरे नहीं हुए, विधानसभा चुनाव मे भाजपा की हार के तीन बड़े कारण? मोदी के पांच झूठे वादे? आदि सवाल पूछे जा रहे हैं।