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महिलाओं की मुहिम से शराब मुक्त हुआ बड़वानी जिले का रूई गांव
By Deshwani | Publish Date: 30/1/2018 10:29:09 AM
महिलाओं की मुहिम से शराब मुक्त हुआ बड़वानी जिले का रूई गांव

भोपाल  (हि.स.)। बड़वानी जिले के रुई गांव में साल भर पहले तक ज्यादातर घरों में शाम होते ही विवाद शुरू हो जाते थे, जिसका कारण था शराब। ज्यादातर घरों के पुरुष इस कदर नशे के आदी थे कि कई तो घर का अनाज बेचकर शराब पी जाते थे। गांव में सैकड़ों शराबी थे और बीस से ज्यादा स्थानों पर अवैध शराब बिकती थी। रुई गांव की महिलाओं ने गांव को शराब मुक्त करने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत की बैठक में प्रस्ताव रखा कि गांव में जो भी शराब पिएगा या बेचेगा, उस पर जुर्माना लगाया जायेगा। पूर्व सरपंच, रमेश चौहान ने शराबबंदी के निर्णय को सही ठहराया और महिलाओं के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।
रुई गांव की शर्मिला कमल सिंह चौहान अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि पहले पति सुबह-शाम नशे में रहते और लड़ते-झगड़ते थे। शराबबंदी के बाद अब वह प्रतिदिन अपने काम पर जाते हैं और दोनों बच्चों को अच्छे कॉलेज और स्कूल में पढ़ा रहे हैं। शराब की आदत से सामाजिक एवं पारिवारिक बहिष्कार झेल चुके गांव के गणपत सिंह चौहान कहते हैं कि सालभर पहले शराब पीने से 25 लोगों का संयुक्त परिवार परेशान रहता था। नशे के आदी होने से किसी भी पारिवारिक एवं सामजिक कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाता था। जब महिलाओं ने शराबबंदी का बीड़ा उठाया तब मैंने भी मन में संकल्प लिया कि अब शराब नहीं पियूंगा और आज तक शराब को हाथ नहीं लगाया। गणपत गर्व से कहते हैं कि अब बेटी की शादी कर रहा हूं। शादी में किसी भी शराबी को नहीं बुलाया और न किसी को शराब पिलाउंगा। उनकी इस पहल से गणपत की पत्नी शांताबाई सबसे अधिक खुश है।
रुई गांव के ही मंत्रीलाल चौहान पहले शराब पीने के साथ ही शराब बेचने का भी काम करते थे। कई बार पुलिस ने केस भी बनाया। मंत्रीलाल कहते हैं कि जब गांव की महिलाओं ने शराबबंदी के लिये आवाज उठाई तो बुरा भी लगा लेकिन फिर परिवार के लोगों ने उनको समझाया कि शराब की लत से कितना नुकसान हो रहा है, तब बात समझ आयी। आज वे किराना दुकान खोलकर परिवार चला रहे हैं। उन्होंने शराब पीना और बेचना दोनों छोड़ दिया है। रुई गांव के थाना प्रभारी संतोष सिसोदिया बताते हैं कि पहले शराब की वजह से आये दिन गाँव में विवाद की स्थिति बनती थी। अब शराब की वजह से विवाद नहीं होता है। पुलिस भी लगातार जन-जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक बना रही है।
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