देहरादून/ऋषिकेश, (हि.स.)। परमार्थ निकेतन में नदियों की स्वच्छता और अविरलता एवं शौचालयों के उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला का आज समापन हो गया जिसमें बिहार प्रांत के 50 से अधिक स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक एवं जिला स्वच्छ भारत प्रेरक बिहार के प्रतिभागियों ने सहभाग किया था।
समापन अवसर पर प्रतिभागियों ने जंगल सफारी का आनन्द लिया तथा सफारी के साथ सफाई का संदेश दिया। प्रतिभागियों ने राजाजी नेशनल पार्क नीलकंठ मार्ग पर सफाई अभियान चलाया।
ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस एवं गंगा एक्शन परिवार परमार्थ निकेतन द्वारा बिहार में स्वच्छता एवं शौचालय के विषय में जागरण के लिए कई महिनों से जाग्रति अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत स्थानीय लोगों को स्वच्छता, स्वच्छ जल, शौचालय एवं अन्य कुरीतियों के विषय में जागरूक किया जा रहा है।
जीवा एवं गंगा एक्शन परिवार परमार्थ निकेतन द्वारा आयोजित इस ऐतिहासिक पहल का उद्देश्य स्वच्छता सेक्टर में विशेष संगठनात्मक कौशल के साथ जिला स्तर के समन्वयक तैयार करना जो सार्वभौमिक स्वच्छता, शौचालय के उपयोग को सुनिश्चित करने के लिये ऐतिहासिक भूमिका अदा कर सके।
प्रशिक्षण में विषय विशिष्ट जानकारी और प्रबंधकीय कौशल के क्षेत्र में प्रभावी तालमेल लाने के लिये पारंपरिक और अभिनव दृष्टिकोणों के संयोजन के साथ ही नेतृत्व क्षमता, टीमवर्क, समय प्रबंधन सहित स्वच्छता के पाठ्यक्रम की जानकारी स्वच्छता तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा दी गई।
परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने भेजे अपने संदेश में कहा, ’परमार्थ जैसी गंगा पटना में भी हो और ऐसा सम्भव हो सकता है और इसके लिये हमें मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को परमार्थ जैसी गंगा पटना में बनायें रखने के लिये संकल्प शक्ति जाग्रत करने का संदेश दिया और कहा कि बिहार में एक सशक्त सरकार है। नीतीश कुमार संकल्प के धनी हैं । उन्होने अपने कार्यकाल में अनेक चुनौतीपूर्ण कार्य कर बेहतर परिणाम दिये हैं । अतः सरकार और समाज की संकल्प शक्ति मिलकर निश्चित रूप से विलक्षण परिवर्तन कर सकती है।
स्वामी ने कहा कि आज की आवश्यकता है ’पर्यावरण संरक्षण’ और ’स्वच्छता’। जीवन में स्वास्थ्य और समृद्धि लाने का अनुपम तरीका है स्वच्छता और स्वच्छता को अंगीकार करना ही हमारा धर्म है।
जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव एवं डिवाइन शक्ति फाउण्डेशन की अध्यक्ष डाॅ. साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि ’स्वच्छता का स्वास्थ्य से घनिष्ट सम्बंध है। स्वच्छता ही स्वास्थ्य की कुंजी है और इसे स्वीकार करना हमारा कर्तव्य है।’
इस मौके पर सभी प्रतिभागियों ने नदियों को स्वच्छ करने का संकल्प लिया। सभी ने परमार्थ परिवार के सदस्य नन्दिनी त्रिपाठी, स्वामिनी आदित्यनन्दा सरस्वती, एलिस, राजेन्द्र बोरा, श्रुुति पंत, सैमुआल, टोपो, विशाल एवं अन्य सदस्यों के साथ वाटर ब्लेसिंग में सहभाग किया।