सिद्धार्थनगर, (हि.स.)। देश में एक बार फिर आतंकी खतरा मंडरा रहा है। कश्मीर से लेकर देश के अन्य संवेदनशील इलाकों से आतंकियों की घुसपैठ के इनपुट मिल रहे हैं। इसे लेकर पाकिस्तान चाइना ही नहीं नेपाल सीमा पर खुफिया का हाई अलर्ट है। सूत्रों की मानें तो 26 जनवरी को लेकर उत्तर प्रदेश सहित नेपाल के अन्य बॉर्डर वाले जिलों से संदिग्ध भारत में प्रवेश कर सकते हैं जिसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अलर्ट किया है। सुरक्षा को लेकर जारी निर्देश में सर्च ऑपरेशन चलाने का जिक्र है।
पाकिस्तान की तरह संवेदनशील है नेपाल सीमा
नेपाल की खुली सीमा पाकिस्तान सीमा से कम संवेदनशील नहीं है। नेपाल को आतंकी अपना शेफ जोन मानते हैं और खुली सीमा के रास्ते भारत में प्रवेश कर जाते हैं। नेपाल सीमा पर एसएसबी की सक्रियता से आतंकियों की घुसपैठ में अंकुश लगी है लेकिन इसके बाद भी गैर परम्परागत मार्ग खतरे से खाली नहीं है। खेत और मेड़ को पकड़कर आतंकी भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कई बार कोशिश कर चुके हैं। देश से लगने वाली नेपाल सीमा की संवेदनशीलता की बात करें तो सिद्धार्थनगर सहित उत्तर प्रदेश में कई बड़ी आतंकी नेटवर्क के गुर्गे पकड़े गए हैं।
जिले से लगी सीमा खतरनाक
जिले से लगी नेपाल सीमा कई मायने में काफी खतरनाक है। यहां आतंकियों की घुसपैठ कई बार हो चुकी है। आतंकी ऐसे रास्तों को चुनते हैं जहां से वह आसानी से भारतीय इलाकों में प्रवेश कर जाए और अपनी मंशा के अनुसार कोई बड़ा धमाका कर दें। हालांकि भारत की खुफिया व सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों के मंसूबे पर पानी फेरने में हमेशा आगे रही हैं। जब नापाक मंशा को लेकर पाक समर्थित आतंकी देश में घुसने की कोशिश किए उन्हें दबोच लिया गया है। इस क्रम में बब्बर खालसा के आतंकी माखन सिंह और आईएम के आतंकी सलमान उर्फ छोटू की गिरफ्तारी जिले के बढऩी बॉर्डर से हो चुकी है।
आतंकियों ने तैयार किया लोकल कनेक्शन
सूत्रों की मानें तो देश के लिए खतरा बन रहे आतंकियों ने भारत के कई शहरों में अपना लोकल कनेक्शन मजबूत करने की मंशा पर काम करना शुरू कर दिया है। सिद्धार्थनगर में नेपाल सीमा पर स्थित कई गांव इसे लेकर काफी संवेदनशील है। खुफिया सूत्रों की मानें तो एसएसबी इस पर काम कर रही है। वह खुफिया जानकारी इक्ठठा कर बड़े मिशन पर काम कर रही है। जाली नोट को लेकर कई बार एसएसबी ने सिद्धार्थनगर से पाक का कनेक्शन पाया है। इस पर गोपनीय जांच पड़ताल भी चली है। एसएसबी को जानकारी मिली है कि पाक समर्थित बदमाश नेपाल में बैठकर भारतीय जिलों में अपना रैकेट चला रहे है। वह इस गिरोह को मजबूत करने के लिए बड़े पैमाने पर फंडिंग भी कर रहे हैं। एसपी डॉक्टर धर्मवीर सिंह ने बताया कि 26 जनवरी को लेकर निर्देश मिला है जिसपर पुलिस अलर्ट है। वही एसएसबी के अफसरों ने भी नेपाल सीमा पर हाईअलर्ट की बात कही है।
देश में पकड़े गए इन अपराधियों ने खोली थी इंडो बार्डर की पोल
2006
मुम्बई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में 20 जुलाई 2006 को एटीएस ने मधुबनी के बासोपपट्ट्टïी गांव से मोहम्मद कमाल अंसारी को दबोचा।
2007
12 नवंबर 2007 को मधुबनी के मोहम्मद सबाउद्दीन उर्फ फरहान को जयपुर में हुए सीआरपीएफ कैंप पर गोलीबारी में दबोचा।
2008
9 जुलाई 2008 को यूपी एटीएस ने दिल्ली बम धमाके में वांटेड मधुबनी के पप्पू खान को लखनऊ से गिरफ्तार किया।
14 जुलाई 2008 को यूपी एटीएस ने मधुबनी के मोहम्मद खलील को गिरफ्तार किया।
2009
17 अगस्त 2009 को सुरक्षा तंत्र ने लश्कर आतंकी मधुबनी निवासी उमर मदरानी को दिल्ली में बड़ी साजिश रचते गिरफ्तार किया।
2010
वर्ष 2010 में मधुबनी के कुख्यात आतंकी मोहम्मद शबाउद्दीन व अलकायदा के मिर्जा खान को पूर्णिया रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया।
2011
17 अगस्त 2011 को हूजी के आतंकी रियाजुल को सीमांचल के किशनगंज से पकड़ा गया।
24 नवंबर 2011 को आईएम आतंकी अहमद जमील और मोहम्मद अजमल को गिरफ्तार किया गया।
नवंबर 2011 में समस्तीपुर मेें चेन्नई की स्पेशल सेल ने आईएम आतंकी इरशाद खान को गिरफ्तार किया।
2012
12 जनवरी 2012 को आईएम के सदस्य नकवी और नदीम को दरभंगा से दबोचा गया।
6 मई 2012 को कर्नाटक पुलिस ने आतंकी घटनाओं के आरोप में दरभंगा के कफील अख्तर को गिरफ्तार किया।