लखनऊ, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश का कुख्यात अपराधी बग्गा सिंह नेपाल बार्डर पर एसटीएफ और लखीमपुर जिले की पुलिस से संयुक्त रूप से हुई मुठभेड़ में ढेर हो गया। उसके ऊपर यूपी पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था। कुख्यात बग्गा ने अपहरणकर्ताओं की गैंग बना रखी थी।
बुधवार को सुबह सात बजे के करीब इनामी अपराधी बग्गा की लोकेशन एसटीएफ को लग गयी। इसके बाद लखीमपुर पुलिस की मदद से एसटीएफ के अधिकारी विशाल विक्रम ने लोकेशन वाले निघासन इलाके को घेर लिया। एक घंटे के सर्च आपरेशन के बाद टीम वहां पहुंच गयी, जहां पर बग्गा सिंह भेष बदलकर रह रहा था।
एसटीएफ ने बग्गा सिंह को आत्मसमर्पण करने के निर्देश दिये तो उसकी ओर से फायरिंग शुरू हो गयी। एसटीएफ की टीम ने जवाबी फायरिंग की और कुछ ही मिनटों में बग्गा सिंह ढेर हो गया। लखीमपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर निघासन पुलिस ने आगे की कार्यवाही में जुटी हुई है।
5 वर्षो में कुख्तात हो गया बग्गा सिंह
पांच वर्ष पूर्व में पहली बार बग्गा सिंह का नाम डालू गुप्ता नामक अपराधी के साथ प्रकाश आया था। दोनों ने लखीमपुर कचहरी में एक सिपाही की हत्या की और फरार हो गये रहें। उसके बाद बग्गा सिंह ने अपहरण की दुनिया में पांव रखे और एक के बाद एक कई वारदातों को अंजाम दिया। वर्ष 2014 में निघासन क्षेत्र में ही पुलिस मुठभेड़ में बग्गा बच निकला था और इसका साथी डालू गुप्ता मार गिराया गया था।
नेपाल से लेकर भारत तक फैलाया नेटवर्क
बग्गा सिंह ने उत्तर प्रदेश पुलिस के आंखों धूल झोंकने के लिये नेपाल से लेकर भारत तक अपना नेटवर्क फैलाया। इसी बीच बग्गा पर अपहरण, हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, लूट और डकैती के मुकदमों में आरोपी हो गया। नेपाल में भी वहां की पुलिस के निशाने पर बग्गा सिंह आ चुका था।