कानपुर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में चकेरी पुलिस ने एक बड़े अन्तरजनपदीय वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए 42 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की है। गिरफ्तार अभियुक्तों में दो बेहद शातिर व गिरोह के संचालक पकड़े गये हैं। बरामद मोटरसाइकिलें ट्रक से नेपाल बेचने जाते समय सभी को दबोचा गया है।
जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार मीणा ने वाहन चोरों के खिलाफ धरपकड़ अभियान छेड़ रखा है। अभियान की कमान संभाल रहे पुलिस अधीक्षक पूर्वी अनुराग आर्या के नेतृत्व में चकेरी पुलिस को दो पहिया वाहन चोरी करने वाले अन्तरजनपदीय गिरोह को पकड़ने में कामयाबी मिली है।
रविवार को चकेरी थाने में वाहन चोर गिरोह के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक कैंट अजीत सिंह चौहान व इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार शुक्ला पुलिस टीम के साथ गश्त पर थे। तभी पीएसी मोड़ तिराहे के पास दो युवक संदिग्ध अवस्था में दिखे। पुलिस को देख दोनों रविवार को भोर के समय भागने लगे।
शक के आधार पर दोनों को पकड़ लिया गया। पूछताछ में दोनों शातिर वाहन चोर गिरोह के संचालक मंगला विहार निवासी प्रशांत शुक्ला उर्फ मोनू व विवेक उर्फ वीरू मिश्रा निकले। इनसे पूछताछ में चोरी की 35 मोटरसाइकिलों को कोयला नगर स्थित स्वर्ण जयंती विहार स्थित एक खाली प्लॉट से बरामद कर लिया। अभियुक्तों से पूछताछ के आधार पर इनके साथी जो चोरी के वाहनों को ठिकाने लगाने के लिए ट्रक व सात अन्य चोरी की मोटरसाइकिलों के साथ खाली प्लॉट पहुंचे ही थे, उन्हें भी पकड़ लिया। एसपी पूर्वी ने बताया कि पूछताछ में चोरी की बरामद मोटरसाइकिलों को अभियुक्त नेपाल बेचने के लिए ले जा रहे थे। तभी पुलिस के हत्थे चढ़ गये। गिरफ्तार प्रशांत व विवेक पर आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं और पहले भी वह जेल जा चुके हैं।
गिरफ्तार अभियुक्त
प्रशांत शुक्ला उर्फ मोनू, विवेक उर्फ वीरू मिश्रा, फतेहपुर जनपद के खागा का सीताराम, सुभाष चन्द्र, बलवंत सिंह उर्फ बब्लू, रेलबाजार का अरविन्द सिंह व दलेलपुरवा निवासी मो. रियाज हैं।