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किसी परिवार का नहीं समाज का है गोरखपुर महोत्सव: योगी आदित्यनाथ
By Deshwani | Publish Date: 13/1/2018 5:54:23 PM
किसी परिवार का नहीं समाज का है गोरखपुर महोत्सव: योगी आदित्यनाथ

गोरखपुर, (हिस)। गोरखपुर महोत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मकर संक्रांति के एक दिन पूर्व यह समापन समारोप आगे बढ़ रहा है। 

कहा जाता है कि हर एक अच्छे कार्य में उंगली उठायी जाती है। अन्य महोत्सव से इसकी तुलना की जा रही थी, लेकिन अन्य महोत्सव की तरह यहां कोई हुल्लड़बाजी नहीं हुई। यह अनुशासन की मिसाल है। उंगली उठाने वाले यह भी देखें।
उन्होंने कहा कि भोजपुरी समेत कई भाषाओं, प्रतिभाओं और क्षेत्रों को जोड़ने का कार्य हुआ है। यह सीमाई बाधाओं को तोड़कर बहुत आगे निकल गया है। आयोजन समिति के इस प्रयास की सराहना करता हूं। इसे और समृद्ध बनाने की जरूरत है।
 
रामगढ़ताल की चर्चा करते हुए उन्हीने कहा कि इसे पर्यटन के मानचित्र पर लाने की मंशा थी। अब इसे साकार करने का कार्य शुरू है। गोरखपुर किसी अन्य शहर से पीछे नहीं रहेगा। सभी क्षेत्रों की तरह गोरखपुर और छोटे-छोटे शहरों को भी आगे बढ़ने का अधिकार है। रामगगढ़ताल को विकसित किया जाएगा। 
 
उन्होंने कहा कि गोरखपुर के नागरिकों के सहयोग से इस महोत्सव में बहुत से कार्यक्रम हुए हैं। यह सब कुछ सरकारी धन पर नहीं हुआ है। स्थानीय लोगों की मदद से इसे संभव किया गया है। योगी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि इससे पहले एक गांव को ही महोत्सव करने का ठेका मिला था। लेकिन अब यह ठेका नहीं, क्षेत्रीय, सांस्कृतिक और जनमानस का महोत्सव करने का निर्णय लिया गया है। करुणा-मैत्री का संदेश कुशीनगर, खिचड़ी मेला गोरक्षपीठ की देन है। यह किसी सरकार की देन नहीं है। विरोधी यह समझें कि यह महोत्सव किसी परिवार का नहीं बल्कि समाज का महोत्सव है। इस महोत्सव में शामिल होकर हर व्यक्ति प्रसन्नता का अनुभव करता है।
 
बरसाना में होली मनाएंगे, तब और बढ़ेगी दिक्कतें : योगी
गोरखपुर महोत्सव पर कटाक्ष करने वालों की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह बात अलग है कि जब हम बरसाना में होली मनाने को जाएंगे, तब भी इनकी दिक्कतें बढ़ेंगी। निषादराज के सम्मान में होने वाला कार्यक्रम करेंगे, तब भी इनकी छाती फटेगी। इतना ही नहीं, जब हम चित्रकूट में रामनाम संकीर्तन को आगे बढ़ाने का प्रयास जारी करेंगे तब भी इनकी दिक्कतें बढ़नी हैं। 5000 बच्चों ने इसमें शामिल होकर इसकी महत्ता बढ़ा दी है। आलोचक इसे भी देखें।
पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि विपरीत परिस्थितयो में आई यह भीड़ महोत्सव की सफलता की कहानी कह रही है। सांस्कृतिक दृष्टि से करोड़ों की आस्था का केंद्र गोरक्षनाथ पीठ सांस्कृतिक एकता को प्रदर्शित करता है तो चौरीचौरा की घटना देश को स्वतंत्र कराने की कहानी कहता है। बुद्ध ने राजशाही वस्त्रों का त्यागकर इसी धरती से शांति का सन्देश दिया है तो कबीर ने अपने शब्दों से कुरीतियों पर कुठाराघात कर समाज को सुधारने का कार्य किया। अब पर्यटन के क्षेत्र में इसे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। देश में चुनिंदा पर्यटन स्थानों में गोरखपुर को शुमार किया जाएगा। यहां नई संभावनाओं को तलाशा जा रहा है। केंद्र और प्रदेश सरकारें मिलाकर पूर्वांचल की सूरत को सुधारने में जुटी है।
मंडलायुक्त अनिल कुमार द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। गोरक्षनाथ की धरती को पुण्यभूमि बताते हुए कहा कि यह महोत्सव विकासपरक योजनाओं के प्रचार-प्रसार करने के साथ सांस्कृतिक महत्व को स्थापित करने वाला महोत्सव है। इस दौरान मंडलायुक्त द्वारा महोत्सव का वृत्त प्रस्तुत किया गया।
 
इस मौके पर कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, जगदम्बिका पाल, मंत्री उपेंद्र तिवारी, राधमोहनदास अग्रवाल, विमलेश पासवान, संत प्रसाद, देवेंद्र सिंह, मेयर सीताराम जायसवाल, कुलपति वीके सिंह, देह दीपक वर्मा, कामेश्वर सिंह, महानगर अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।
इन्हें मिला सम्मान
इतिहास के क्षेत्र से प्रो. शिवाजी सिंह
सेना से बीपी शाही
संस्कृत से प्रो. दशरथ द्विवेदी
शास्त्रीय गायन से शरदमणि त्रिपाठी
साहित्य से प्रो. रामदेव शुक्ल, प्रो. कृष्ण चन्द्र लाल
पुरातत्व से कृष्णानन्द तिवारी
सामाजिक कार्य के क्षेत्र में प्रो. यूपी सिंह, प्रो. रामअचल सिंह, प्रेम नारायण, 
सेवा कार्य में प्रदीप
भोजपुरी में रवीन्द्र श्रीवास्तव (जुगानी भाई)
चिकित्सा के क्षेत्र में डा. प्रवीन चन्द्रा, वैद्य आत्माराम दूबे
प्रशासनिक क्षेत्र/न्याय क्षेत्र में केडी शाही, डा. एलपी पाण्डेय, देश दीपक वर्मा (महासचिव राज्यसभा)
पर्यावरण के क्षेत्र में गोविंद पाण्डेय
खेल के क्षेत्र में दिवाकर राम, कुमारी प्रीती दूबे
उद्योग के क्षेत्र से चन्द्र प्रकाश अग्रवाल एवं अशोक जालान।
 
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