चंडीगढ़ (हि.स.)। कड़ाके की ठंड और शीतलहर से कंपकपी थम नहीं रही है। बर्फीली हवाओं के झोंके ठिठुरन बढ़ा रहे हैं। सुबह धुंध के कारण बसें और ट्रेन अपने गतंव्य की ओर देरी से पहुंच रही हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी धुंध के कारण वाहन रेंग-रेंगकर चल रहे हैं। बर्फीली हवाओं के आगे अलाव भी बेअसर साबित हो रही है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को न्यनूतम तापमान 3.9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जिससे लगातार ठंड बढ़ रही है। अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री दर्ज किया गया। सुबह के समय नमी की मात्रा 100 प्रतिशत रही, जबकि दोपहर तक नमी 85 प्रतिशत रही।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 15 जनवरी तक पाला पड़ने की संभावना है और हल्की बूंदाबांदी होने के बाद ठंड और ज्यादा बढ़ेगी, जिसके कारण पारे में भी गिरावट आएगी। सुबह नौ बजे तक धुंध के कारण दृश्यता मात्र 10 मीटर की रही। धुंध का असर रात्रि के समय भी देखने को मिला रहा है। शाम ढलते ही सड़कों पर वाहनों की संख्या न के बराबर हो जाती है।
वरिष्ठ सब्जी विशेषज्ञ डॉ.सीबी सिंह का कहना है कि ठंड को देखते हुए रात्रि में सब्जी में हल्की सिंचाई करें ताकि सब्जियों पर पाले का असर कम होगा। हालांकि ठंड का मटर, टमाटर और प्याज की पौध पर असर पड़ रहा है। मटर की वृद्धि पूरी तरह रूक चुकी है, जिसका असर उत्पादन पर भी पड़ा है।
जिला कृषि उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद ने बताया कि ठंड गेहूं के लिए फायदेमंद है। इससे गेहूं का उपज अच्छी होगी। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि मौसम की अनुकूलता के अनुसार ही गेहूं में सिंचाई करें। कीटनाशक का छिड़काव सायं के समय करें, इसका असर ज्यादा समय के लिए रहेगा।
सुबह धूप खिलने पर लोगों ने खूब आनंद उठाया। पार्कों व घरों की छतों पर लोगों की अच्छी खासी भीड़ रही। बच्चों ने पार्कों में झूलों पर खूब मस्ती की। इसके साथ ही बुजुर्गों की भी अच्छी खासी चहल-पहल देखी गई।
ट्रेनें अपने निर्धारित समय से लेट चल रही हैं। अमृतसर एक्सप्रेस 2.44 घंटे, बठिंडा एक्सप्रेस 18.08 घंटे, कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस 8.50 घंटे और सचखंड एक्सप्रेस 20 मिनट लेट चल रही है।