लखनऊ, (हि.स.)। राजधानी का लखनऊ जंक्शन सूबे का सबसे हाईटेक स्टेशन बनने जा रहा है। सुरक्षा के लिए यहां पर पहले ही लग्गैज स्कैनर लग चुके हैं, जबकि अब कैब-वे पर अंडर व्हीकल स्कैनर लगना शुरू हो गया है। इसकी खासियत ये है कि ये इंटरनेट से जुड़ा होगा और इसकी निगरानी दिल्ली,गोरखपुर समेत किसी भी स्टेशन से की जा सकती है।
पूर्वोत्तर रेलवे का लखनऊ जंक्शन हाईटेक स्टेशन की श्रेणी में आ गया है। यात्रियों की सुविधाओं के लिए यहां पर सबसे पहले लिफ्ट, स्कैनर और लग्गैज स्कैनर लगाए गए थे। वहीं सुरक्षा के तहत लग्गैज स्कैनर के बाद अब पार्सल घर के आगे कैब वे जाने वाले रास्ते पर अंडर व्हीकल स्कैनर लगाए जाने का काम शुरू हो गया है। यहीं पर निगरानी के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है। जहां से कैब वे से सीधे प्लेटफार्म पर जाने वाले वाहनों की जांच की जाएगी।
इंटरनेट से जुड़ा होगा स्कैनर:
लखनऊ जंक्शन पर लगने वाला अंडर व्हीकल स्कैनर को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा। यहां पर उच्च श्रेणी के कैमरे भी लगवाए जा रहे हैं। ऑनलाइन होने के बाद अधिकारी दिल्ली समेत जहां से चाहेंगे वाहनों की निगरानी कर सकेंगे। लखनऊ के बाद गोरखपुर में भी अंडर व्हीकल स्कैनर को लगाया जाना है।
ऐसे काम करेगा अंडर व्हीकल स्कैनर:
अंडर व्हीकल स्कैनर से जैसे कोई वाहन गुजरेगा ये सबसे पहले वाहन के नम्बर का फोटो खींच कर अपने पास सुरक्षित कर लेगा। उसके बाद स्कैनर पूरी मशीन की जांच करेगा। वाहन की जांच पूरी होने पर उसे प्लेटफार्म की तरफ भेजा जाएगा। अगर वाहन में कोई संदिग्ध वस्तु जैसे बम आदि होने पर स्कैनर इसकी जानकारी कंट्रोल रूम में बैठे सुरक्षा कर्मी को दे देगा।
सुरक्षा के मामले में चारबाग रेलवे स्टेशन फिसड्डी:
यात्रियों की सुरक्षा के मामले में उत्तर रेलवे का चारबाग रेलवे स्टेशन सबसे फिसड्डी साबित हो रहा है, जबकि सबसे अधिक करीब एक लाख यात्री रोजाना यहां पर आते-जाते हैं। उसके बाद भी अब तक यहां पर यात्रियों के बैग व अन्य सामान की जांच के लिए न तो लग्गैज स्कैनर लगे हैं और न ही अंडर व्हीकल स्कैनर लगाया गया है। यही नहीं, प्लेटफार्म पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी काफी पुराने हो चुके हैं। जिनसे किसी यात्री की शिनाख्त किया जाना नामुमकिन है।
अधिकारियों के मुताबिक, चारबाग रेलवे स्टेशन पर इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम लगाए जाने का प्रस्ताव बोर्ड को बहुत पहले ही भेजा चुका है लेकिन अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है। पूर्वोत्तर रेलवे के सीनियर डिविजनल कमर्शियल मैनेजर (डीसीएम) स्वदेश कुमार सिंह का कहना है कि लखनऊ जंक्शन सूबे का सबसे हाईटेक स्टेशन बनने जा रहा है। सुरक्षा के लिए यहां पर पहले ही लग्गैज स्कैनर लग चुके हैं, जबकि अब कैब-वे पर अंडर व्हीकल स्कैनर लगना शुरू हो गया है। इसकी खासियत ये है कि ये इंटरनेट से जुड़ा होगा और इसकी निगरानी दिल्ली,गोरखपुर समेत किसी भी स्टेशन से की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि लखनऊ जंक्शन पर दो नई बैटरी कारें अब आम यात्रियों को भी जल्द स्टेशन तक ले जाएगी। इसके लिए 20 रूपए प्रति यात्री के हिसाब से भुगतान करना होगा। इसके पहले लखनऊ जंक्शन पर दो कारें संचालित हो रही हैं। इन बैटरी कारों से अभी तक बुजुर्ग व निशक्तजन ही प्लेटफार्म पर अपनी ट्रेन तक जाते हैं।