उज्जैन, (हि.स.)। द्वादश ज्योतिर्लिंगों के समागम की थीम पर आधारित शैव महोत्सव के अंतर्गत भगवान शिव के सनातन स्वरुपों, शैव दर्शन, शैव सम्प्रदायों तथा बारह ज्योतिर्लिंगों को उनके पूरे देवत्व और महत्व के साथ प्रदर्शित करती शैव कला प्रदर्शनी अमित शाह को अत्यन्त पसंद आई। वे शुक्रवार को देर शाम शैव महोत्सव स्थल संतदास उदासीन अखाड़े पर पहुँचे तथा वहां प्रदर्शनी का पूरे मनोयोग से अवलोकन किया।
अमित शाह ने सर्व प्रथम प्रदर्शनी में भगवान शिव की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन किया तथा उसके पश्चात लगभग आधा घंटे प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें प्रदर्शों की एक-एक कर जानकारी दी। उन्होंने शाह को प्रदर्शनी में द्वादश ज्योतिर्लिंगों की प्रतिकृतियाँ, भगवान शिव के विभिन्न स्वरुपों के चित्र, विभिन्न शैव सम्प्रदायों, पाशुपथ, नाथ एवं लिंगायत, प्रकृति के विभिन्न अवयवों, गुफाओं, पहाड़ों, नदियों, पशु-पक्षियों, फूल-पत्तियों से लेकर स्मशान तक शिव स्वरुप के प्रदर्शन, शैव दर्शन एवं प्राचीन मान्यताओं पर आधारित चित्रों को दिखाया। भगवान शिव के स्वरुपों पर आधारित रंगोली भी अत्यन्त आकर्षक लगी।
"शिवोहम-शिवोहम" चित्र माला का अवलोकन किया
उन्होंने बाबा सत्यनारायण मौर्य द्वारा प्रदर्शित की गई "शिवोहम - शिवोहम" चित्रमाला का अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में चित्रकार बाबा सत्यनारायण मौर्य के भगवान शिव पर आधारित चित्र माला अत्यन्त आकर्षक रुप से प्रदर्शित की है। इसमें भगवान शिव अर्थात रुद्र, दिव्य चेतना विराट स्वरूप, भगवान शिव एवं सादगी पूर्ण जीवन, शिव धाम, शिव परिवार, शिव का सदाशिव स्वरूप, भगवान शिव के अंश, काल भैरव भगवान शिव का रौद्र रूप, शिव और शक्ति, पशुपतिनाथ शिव- अर्धनारीश्वर आदि विषयों पर सुंदर चित्रांकन कर प्रदर्शन किया गया है। कलाकार मौर्य के चित्रों का अवलोकन कर अतिथियों ने उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की। इस अवसर पर सुरेश भैया जोशी, कृष्ण गोपाल, माखन सिंह, सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय, कैलाश विजयवर्गीय, विभाष उपाध्याय, अरुण शुक्ला, संभागायुक्त एम. बी. ओझा, ए.डी.जी. व्ही. मधुकुमार, कलेक्टर संकेत भोंडवे, पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर आदि मौजूद थे।