उज्जैन, (हि.स.)। मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध भगवान महाकाल के मंदिर में शुक्रवार को सुबह तीन दिवसीय शैव महोत्सव का शुभारंभ हुआ। इस महोत्सव के दौरान देशभर में स्थापित द्वादश ज्योतिर्लिंग का समागम देखने को मिलेगा। शैव महोत्सव के शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहनराव भागवत ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इसके बाद ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल पर डाक टिकट जारी किया गया। इस अवसर पर भानपुरा पीठ के शंकराचार्य स्वामी दिव्यानंद तीर्थ, महामंडलेश्वर भवानीनंदन यति, आचार्य महामंडलेश्वर विशोकानंद, स्वामी ब्रह्मयोगानंद, महामंडलेश्वर विश्वात्मानंद और स्वामी गंगाभारती उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि शिव के बिना सब अधूरा है। यह हमारा सौभाग्य है कि यहां तीन दिवसीय शैव महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें हमें संतों का सानिध्य मिलेगा। उन्होंने कहा कि संतों के आशीर्वाद से सब काम बनते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत का विचार वसुधैव कुटुम्बकम का है, हम सबको साथ लेकर चलते हैं। आतंकवाद का समाधान भारतीय संस्कृति में है। वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि भारतीय संस्कृति विश्वव्यापी है, जो लोगों को जीवन जीने की कला सिखाती है। दुनिया के लोग भारतीय संस्कृति को अपना रहे हैं, यह हमारे लिए गर्व की बात है। डॉ. भागवत ने कहा कि भगवान महाकाल के दरबार में शैव महोत्सव हमें भगवान शिव के करीब लाएगा, क्योंकि शिव भारत के कण-कण में विद्यमान हैं।
बता दें कि तीन दिन चलने वाले इस शैव महोत्सव के दौरान 12 ज्योतिर्लिंगों का समागम होगा, जिसमें सभी ज्योतिर्लिंगों के प्रतिनिधि उज्जैन पहुंचेंगे। वहीं, शुक्रवार शाम को महाकाल मंदिर से भव्य शोभयात्रा निकाली जाएगी। इसके अलावा महाकाल प्रवचन हॉल में विभिन्न कार्यक्रम होंगे।