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विधानसभा में गूंजा पत्रकार नवीन हत्याकांड का मामला, सपा विधायकों ने प्रदेश सरकार को घेरा
By Deshwani | Publish Date: 14/12/2017 4:28:05 PMकानपुर, (हि.स.)। पत्रकार नवीन गुप्ता की हत्या के 14 दिन बाद भी पुलिस हत्यारों का सुराग नहीं लगा सकी। कानपुर से लेकर पूरे प्रदेश के पत्रकार व समाजसेवी संगठन लगातार विरोध दर्ज करा रहे हैं। शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन कानपुर के सपा विधायकों ने पत्रकार हत्याकांड के खुलासे की पुरजोर मांग की और प्रदेश सरकार को कानून व्यवस्था पर घेरा।
उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र गुरुवार को शुरू हुआ। सत्र के पहले दिन का पहला सत्र ही हंगामा भरा रहा। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के सदस्य जहां सरकार विरोधी नारेबाजी कर वेल पर आ गये। कानपुर के दो सपा विधायकों ने बिल्हौर में मारे गये पत्रकार नवीन गुप्ता के हत्यारों को फांसी दिये जाने की मांग की। पूरे सत्र के दौरान विधायक पत्रकार हत्याकांड का मामला बराबर उछालते रहे। आर्यनगर से सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी ने बताया कि हमने सरकार से पत्रकार के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।
सीसामऊ के सपा विधायक इरफान सोलंकी ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए पूछा कि आखिर कौन से कारण हैं कि 14 दिन बाद भी पत्रकार के हत्यारे पुलिस से दूर हैं। उन्होंने बताया कि सरकार से मांग की गई है कि पहले तो पत्रकार के हत्यारों को गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाय। दूसरा पत्रकार के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक सहायता व पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाये। दोनों विधायकों ने कहा कि जब लोकतंत्र का चौथा स्तंभ सुरक्षित नहीं है तो प्रदेश की कानून व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। जब तक पत्रकार हत्याकांड में सरकार अपना रुख साफ नहीं करती तब तक हमारा विरोध चलता रहेगा।