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स्वयं से करें समाज में बदलाव की शुरूआत: कविता मीणा
By Deshwani | Publish Date: 11/12/2017 11:27:41 AMश्योपुर, (हि.स.)। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर रविवार शाम को ‘‘महिलाओं के अधिकार हैं मानवाधिकार’’ विषय पर निषादराज भवन जिला पंचायत में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष कविता मीणा ने कहा कि समाज में बदलाव लाना है, इसकी शुरूआत हम स्वयं से करें। आज भी समाज में बेटे और बेटियों में अंतर दिखाई पडता है इस अंतर को मिटाना होगा। महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण मानवअधिकार के तहत किया गया है। कार्यक्रम में जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रामनारायण चौधरी, कलेक्टर पीएल सोलंकी, आर के शर्मा प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश, आर एम भगवती मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रूपेश साहू ट्रेनी जज, जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी रतन सिंह गुडिया, अयोग मित्र कैलाश पाराशर एवं हनुमान तिवारी आदि उपस्थित थे।
जिला न्यायाधीश रामनारायण चौधरी ने कहा कि लोगो को न्याय आसानी से मिले तथा निर्दोषों को सजा ना मिले, यह भी मानवअधिकार का एक पहलू है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को निशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराये जाने का प्रावधान है। कलेक्टर ने कहा कि महिलाओं के प्रति अत्याचार एवं अपराध को खत्म करने के लिये मानसिकता में बदलाव की जरूरत है। स्वास्थ्य, शिक्षा आदि मूलभूत सुविधाएं मिलना भी मानवअधिकार के दायरे में आता है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली के प्रो. सतीश चंद्र ने कहा कि वर्तमान परिवेश में लोगों की भावना में कमी आ रही है। परिवार में आपस में एक-दूसरे के प्रति भाव होता है तो रिश्ते प्रबल होते है।