राज्य
भावांतर योजना से किसानों के जीवन में आई खुशहाली
By Deshwani | Publish Date: 10/12/2017 12:44:42 PMसागर, (हि.स.)। मध्यप्रदेश सरकार ने खेती को लाभ का धंधा बनाने तथा किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना लागू की है। इस वर्ष लागू यह योजना किसानों के लिए वरदान सिद्ध हुई है। इस योजना के तहत सागर जिले के किसानों के खाते में अक्टूबर माह की फसल बिक्री की भावांतर रकम उनके खातों में आने लगी है एवं नवम्बर माह की फसल की भावांतर राशि जल्द ही आना प्रारंभ हो जायेगी।
किसानों को मण्डी के व्यापारी से प्राप्त फसल के बाजार मूल्य के अलावा भावांतर भुगतान योजना से प्राप्त अतिरिक्त राशि से उनके जीवन में खुशहाली छा रही है। ग्राम सूरज पुरा के किसान अशोक कुमार पाण्डे ने बताया कि जब उनके खेत में उड़द की फसल बोई गई थी तो उन्हें बाजार से सही मूल्य पाने की आशा थी। लेकिन फसल बेचने के समय मूल्यों में आई गिरावट के कारण काफी निराशा हई। उसी समय उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार की भावांतर भुगतान योजना के बारे में अखबार में पढ़ा एवं रेडियों में सुनने को मिला। तब उन्होंने तुरन्त इस योजना में पंजीयन कराया। उन्हें मण्डी में उड़द बिक्री पर बाजार भाव के अलावा भावांतर भुगतान योजना के तहत न्यूनतम सर्मथन मूल्य एवं मॉडल रेट के अंतर की राशि के रूप में 16 हजार रूपये का अतिरिक्त लाभ हुआ है। यह राशि अशोक कुमार पाण्डे के खाते में जमा की जा चुकी है।
इसी प्रकार एक अन्य ग्राम बरखेरा के किसान बलराम कोरी ने इस योजना के अंतर्गत सोयाबीन की बिक्री कर भावान्तर की राशि 5,500 रूपये अपने खाते में प्राप्त की। मध्यप्रदेश की भावांतर योजना प्रदेश के किसानों के जीवन में खुशहाली भर रही है। मध्यप्रदेश पूरे भारत में पहला ऐसा राज्य है जहां इस प्रकार की योजना किसान भाईयों के लिये लाई गई है। प्रदेश सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये सम्पूर्ण प्रयास कर रही है। जिसमे भावांतर योजना एक मिल का पत्थर साबित हो रही है।