खरगौन, (हि.स.)। प्रदेश शासन द्वारा किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने के मकसद मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना अक्टूबर 2017 में प्रारंभ की गई। इस योजना की पृष्ठभूमि में किसानों का पंजीयन, दो प्रदेश की मंडियों का मॉडल रेट, भावांतर के लिए चयनित फसले और शासन द्वारा घोषित फसलों के रेट महत्वपूर्ण है। किसानों के पंजीयन के कृषि, मंडी, खाद्य और सहकारिता विभाग ने किसानों के पंजीयन कि व्यवस्था की जिम्मेदारी ली और पंजीयन कराया। खरगोन जिले में कुल 42451 किसानों ने 54058 सोयाबीन, मक्का, मुंग, मूंगफली, अरहर, उड़द, रामतिल और तिल फसलों का पंजीयन कराया। योजना में शामिल फसलों के लिए शासन ने अपनी ओर से समर्थन मूल्य घोषित किया और प्रदेश की मंडियों में मॉडल रेट भी घोषित कर दिए। 16 से 31 अक्टूबर के बीच मंडियों में फसलें बेचने वाले किसानों को भुगतान भी कर दिया। पंजीकृत किसानों ने मंडी में अपनी फसलें बेची और व्यापारों द्वारा भुगतान भी किया गया।
भावांतर योजना का जिस तरह प्रचार-प्रसार किया गया। उसी तरह योजना को लेकर उत्सुकता के साथ-साथ विश्वास भी बढ़ा। आंकड़ों के लिहाज से बात करे तो यह साफ नजर आता है कि भावांतर योजना के बाद किसानों में अपनी फसलें मंडी में बेचने में ज्यादा उत्सुकता दिखाई। भावांतर योजना में जिले में सोयाबीन और मक्का की फसल पिछले वर्षों की तुलना में मंडी में अधिक बेची गई। कृषि उपज मंडी से प्राप्त जानकारी के अनुसार गत वर्ष 2015-16 में 89317, 2016-17 में 89507 और इस वर्ष 2017-18 में 180655 क्विंटल सोयाबीन मंडी में बेचा गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 91148 क्विंटल अधिक है। इसी तरह मक्का भी पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष अधिक मंडी में लाया गया है। वर्ष 2015-16 में 292081 वर्ष 2016-17 404084 और इस वर्ष 510717 क्विंटल मंडी में बेचा गया, जो पिछले वर्षों की तुलना में 106633 क्विंटल अधिक है।
रामेश्वर को उड़द के 20 हजार और अखिलेश को मुंग के 16 हजार खाते में
भावांतर भुगतान योजना के तहत दूसरे चरण में भी किसानों की फसल का भुगतान कर दिया गया है। अब तक 16 से 31 अक्टूबर के बीच फसल बेचने वाले 10685 किसानों को 44714187 रूपए की राशि उनके खातें में डाल दी गई है। ठीबगांव बुजुर्ग के रामेश्वर यादव को उनकी उड़द की फसल के 22370 रूपए का भुगतान किया गया। इसी तरह खरगोन के जानकीबाई की उड़द की फसल के 10884 रूपए खाते में डाले गए। दसनावल के अखिलेश को मूंग की फसल बेचने पर भावांतर के तहत 16150 रूपए और कबाड़ा के कांतिलाल को 11260 रूपए भावांतर की राशि प्रदान की गई।