बांदा, (हि.स.)। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुलखान सिंह ने शनिवार को बांदा सर्किट हाउस में जनता की समस्याएं सुनी। उन्होंने कहा कि भटके लोगों सही रास्ता दिखाना ही पुलिस का बड़ा काम है। मैं पुलिस की बरती जाने वाली सख्ती को गैर कानूनी मानता हूं। उससे पुलिस की छवि खराब होती है। इससे कुछ हासिल नहीं होता। जैसे लोग चाहते हैं वैसे ही पुलिस को काम करना चाहिए।
पैतृक गांव पहुंचे डीजीपी सुलखान सिंह सर्किट हाउस में जनता की समस्या सुनी और कार्रवाई का भरोसा दिलाया। प्रदेश में लगातार पत्रकारों की हो रही हत्या और मारपीट के सवालों पर डीजीपी ने कहा कि खुलासे के लिए टीम को लगाया है। इस पर पुलिस काम कर रही है, जल्द ही अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जायेगा।
पत्रकारों से पुलिस पिटाई के मामलों पर कहा कि लोगों में उद्दंडता बढ़ी है। इसके लिए पुलिस को कानून के माध्यम से कार्रवाई के लिए निर्देश भी दिए गए हैं। प्रजातंत्र में कानून के माध्यम से कार्रवाई हो। इसके अलावा पुलिस चौकी व थाने में आने वाले फरियादियों की समस्याओं को सुनकर पुलिसकर्मी जल्द ही निदान करें।
इतना ही नहीं लोगों कि इस प्रकार मदद करें ताकि उन्हे पुलिस सेवा लगे न की फोर्स। पुलिस को लोगों को इज्जत देनी चाहिए। यदि पुलिस इज्जत नहीं देगी तो लोगों को आजादी का एहसास नहीं होगा। पुलिस को यह अधिकार नहीं कि वह अपनी मर्जी से काम करे। अपराध को लेकर डीजीपी ने कहा कि प्रदेश को अपराध मुक्त करना है। इसके लिए पुलिस अपना काम कर रही है। अपराध बदल रहे हैं। 25 वर्ष में हत्याओं में भी 50 फीसद कमी आई है। अब तो डकैती जैसे अपराध भी खत्म हो रहे हैं। महिला अपराध को लेकर डीजीपी ने कहा कि इसे रोकने के लिए हमारी पुलिस टीम लगातार काम कर रही है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी नारी सुरक्षा सप्ताह पुलिस द्वारा मनाया जा रहा है। महिला सुरक्षा के लिए भी 1090 जैसी व्यवस्था इसी कड़ी का एक अंग है, जो विश्व में अपने आप अनोखी है। लेकिन बेटियां अपनी ताकत पहचाने, नारी को खुद ताकतवर बनना होगा ताकि वह हर स्थिति से खुद निपट सके। पुलिस भर्ती पर डीजीपी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस में तीन वर्ष में बंपर भर्ती अभियान चलाया जाएगा। अगले तीन सालों में पुलिस विभाग में एक लाख 72 हजार से ज्यादा खाली पदों को भरा जायेगा।