ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राज्य
निठारी कांड के नौवें मामले में मोनिन्दर सिंह और सुरेन्द्र कोली को फांसी की सजा
By Deshwani | Publish Date: 8/12/2017 3:54:28 PM
निठारी कांड के नौवें मामले में मोनिन्दर सिंह और सुरेन्द्र कोली को फांसी की सजा

गाजियाबाद, (हि.स.)। नोएडा के बहुचर्चित निठारी कांड मामले में गाजियाबाद की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने शुक्रवार को आरोपी मोनिन्दर सिंह पंढेर व सुरेन्द्र कोली को फांसी की सजा सुनाई है। कोर्ट ने कोली और पंढेर पर 35000 और 25000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है।

गाजियाबाद की डासना में जेल में सजा काट रहे सुरेन्द्र कोली और मोनिन्दर सिंह नौवें मामले में शुक्रवार को विशेष सीबीआई जज पवन कुमार की अदालत में पेश किये गए। जहां कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए दोनों को सजा ए मौत की सजा सुनाई। अभी तक निठारीकांड के आरोपियों के खिलाफ 16 मुकदमे चल रहे हैं। नौवां मामला नौकरानी के साथ रेप के बाद हत्या का था। सीबीआई कोर्ट ने नौकरानी से रेप और हत्या का मामले में दोनों को धारा 302, धारा 376 और धारा 364 के तहत दोषी माना है। 

गौरतलब है कि निठारी कांड के आठ मामलों में कोर्ट सुरेंद्र कोली को दोषी मानते हुए फांसी की सजा सुना चुकी है। पिछले साल अक्टूबर में कोर्ट ने कोली को एक लड़की के मर्डर केस में किडनैपिंग, रेप और सबूत मिटाने का दोषी पाया था। इससे पहले के भी आठ मामले में सीबीआई कोर्ट ने कोली को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई थी। 

यह है निठारी कांड 

20 जून, 2005 को 8 साल की एक बच्ची नोएडा के निठारी इलाके से अचानक गायब हो गई थी। इसके बाद से इस इलाके में लगातार बच्चे गायब होने का सिलसिला शुरू हो गया। करीब एक साल तक लगातार बच्चों के गायब होने का यह कारवां चलता रहा। इलाके से करीब दर्जनभर से भी ज्यादा बच्चे गायब हो गए। इसके बाद पुलिस ने बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया बावजूद कोई सफलता हाथ नहीं लगी। जब 7 मई 2006 को 21 साल की एक और लड़की जब गायब हुई तो पुलिस को अहम सुराग उसके मोबाइल से मिला। मामले में पहली बार मोनिंदर सिंह पंढेर का नाम सामने आया। इसके बाद पुलिस मोनिंदर को इलाके से उठाया और पूछताछ की। पूछताछ के बाद निठारी कांड का खुलासा हो सका था। 

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS