देवरिया, (हि.स.)। मतगणना स्थल पर सीओ व सदर कोतवाल को पत्रकारों, भाजपाईयों व अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज करना काफी महंगा पड़ा है। आईजी जोन ने मामलें को संज्ञान में लेकर सदर कोतवाल को निलंबित किया है। जबकि सीओ के खिलाफ स्थानान्तरण की की कार्रवाई हुई है।
बताते चलें कि बीते 1 दिसंबर को सदर तहसील की एक नगरपालिका और तीन नगर पंचायतों की मतगणना जीआईसी में हो रही थी। इसी दौरान भाजपा नेता से बवाल के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। पुलिसकर्मियों ने भाग रहे भाजपा नेता को मीडिया गैलरी में घेरकर बर्बरता से पीटा।
इस दौरान एक अधिवक्ता समेत कई पत्रकार घायल हो गए थे। इस घटना को लेकर पत्रकारों और अधिवक्ताओं ने विरोध जताया। इस मामले को आईजी मोहित अग्रवाल ने गंभीरता से लिया। शनिवार की रात करीब 10 बजे वह पीडब्लूडी के डाक बंगला पर पहुंचे। करीब तीन घंटे तक बैठक कर डीएम, एसपी से घटना की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने घायल पत्रकारों और अधिवक्ता से अलग अलग वार्ता किया। इसके बाद आईजी ने कोतवाल राय साहब यादव को निलम्बित करने के साथ सीओ संदीप सिंह का सर्किल तबादला कर दिया। इसकी पुष्टि एसपी राकेश शंकर ने की। उन्होंने बताया कि जांच में प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए कोतवाल और सीओ के खिलाफ कार्रवाई हुई है।
तीन थानेदारों का आई जोन ने लिया क्लास
आईजी ने तीन थानेदारों को भी फटकार लगाई। उन्होंने मतगणना स्थल पर ड्यूटी में तैनात रामपुर कारखाना थानाध्यक्ष प्रभातेश श्रीवास्तव, तरकुलवा थानाध्यक्ष शशांक शेखर और महिला थाने की प्रभारी को एक साथ बुलाकर पूछताछ की। इसके साथ ही तीनों लोगों को फटकार लगाते हुए आगे से ऐसी गलती नहीं करने की हिदायत दी।
दो कोतवालों पर निलंबन की कार्रवाई
डेढ़ माह के अंदर सदर कोतवाली के दो इंस्पेक्टर को निलम्बित किया गया है। दोनों के खिलाफ आईजी ने ही कार्रवाई की। 14 अक्तूबर को सरौरा गोली कांड में तीन लोगों की हत्या में तत्कालीन कोतवाल नितिश श्रीवास्तव को आईजी ने निलम्बित कर दिया था। इसी प्रकार 1 दिसम्बर को मतगणना स्थल पर लाठीचार्ज के मामले में कोतवाल राय साहब यादव को उन्होंने निलंबित किया है।