नई दिल्ली, (हि.स.)। रेयान स्कूल के छात्र प्रद्युम्न हत्या मामले के गहमागहमी के बाद दिल्ली मेट्रो को सुरक्षा देने वाली केंद्र सरकार की सुरक्षा एजेंसी औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने केंद्रीय विद्यालय, दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) जैसे स्कूलों को यह कहते हुए पत्र लिखा है कि वह स्कूलों में सुरक्षित माहौल बनाने के लिए काम कर सकती है।
बल ने केंद्रीय विद्यालय समेत डीपीएस, दून व सिंधिया स्कूलों को पत्र लिखकर कहा है कि यह स्कूलों में सुरक्षित माहौल के निर्माण करने में सुरक्षा से संबंधित परामर्श स्कूल प्रबंधन को दे सकती है। जानकारी के मुताबिक इसके लिए एजेंसी स्कूलों से फीस के रूप में 4 लाख रुपए लेगी। उल्लेखनीय है कि औसत स्कूल निजी सुरक्षा एजेंसियों से इस सेवा को लेने में 20 लाख रुपए खर्च करते हैं। हालांकि सीआईएसएफ स्कूलों को सिर्फ परामर्श सेवा देगी। इसके लिए वह अपने कर्मियों को सुरक्षा में नहीं लगाएगी।
सीआईएसएफ के निदेशक ओपी सिंह ने कहा कि समाज के प्रति दायित्व वहन के लिए उनके संगठन ने ऐसा सोचा है। उन्होंने कहा कि संगठन ने इसके लिए नवोदय विद्यालय समिति, दिल्ली पब्लिक स्कूल, केंद्रीय विद्यालय संगठन, स्प्रिंगडेल, सलवान एजुकेशन ट्रस्ट, माडर्न स्कूल, संस्कृति मदर्स इंटरनेशनल, श्रीराम व एपीजे एजुकेशन सोसायटी दिल्ली को प्रस्ताव भेजा है।
संगठन ने मुंबई के रेयान ग्रुप, देहरादून के दून स्कूल, ग्वालियर के सिंधिया स्कूल, चित्तूर के ऋषि वैली स्कूल को भी प्रस्ताव भेजा है। वर्तमान में लगभग 200 संस्थानें सीआईएसएफ की एेसी सेवा ले रही हैं।
केंद्रीय गृह-मंत्रालय के अंदर काम करने वाली यह एजेंसी मुंबई के धीरूभाई अंबाई इंटरनेशनल स्कूल को भी सुरक्षा परामर्श से संबंधित सेवा दे रही है। साथ ही एजेंसी इस तरह की सेवा भारतीय प्रबंधन शिक्षा संस्थानों (आईआईएम) व भारतीय तकनीकि शिक्षा संस्थानों (आईआईटी) को भी इस तरह की सेवा देने के लिए भी सोच रही है।
इस बीच तीन मशहूर स्कूलों ने सीआईएसएफ के इस पत्र का जवाब देते हुए सेवा लेने के लिए हामी भरी है।