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राज्य को रुपये देने में केन्द्र सरकार कर रही है आनाकानी : ज्योतिप्रिय
By Deshwani | Publish Date: 18/11/2017 9:45:28 AMबर्दवान,(हि.स.)। बर्दवान स्थित कल्पतरु मैदान में 17वां अन्तर्राष्ट्रीय राइस प्रो-टेक एक्सपो (चालकों के अन्तर्राष्ट्रीय यंत्राश प्रदर्शनी) का शुभारम्भ किया गया। जिसका उदघाटन खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने किया। उन्होंने केन्द्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि खाद्य सुरक्षा के लिए केन्द्र राज्य को रुपये देने में आनाकानी कर रही है। केन्द्र से रुपये लाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। केन्द्र लगातार राज्य सरकार के साथ सौतेलेपन का व्यवहार कर रही है।
केन्द्र से रुपये न आने की वजह से धान कृषकों को रुपये देने में देरी हो रही है। इस अवसर पर कृषिमंत्री आशीष बनर्जी, सहकारीमंत्री अरुप राय, जिला परिषद के अध्यक्ष देबू टुडू, बेंगल राइस मिल एसोशिएसन के अध्यक्ष सुशील चक्रवर्ती, कार्यकारी अध्यक्ष अब्दुल मालेक एवं जिला राइस मिल एसोसिएशन के सचिव सुब्रत मण्डल प्रमुख उपस्थित रहे। यह एक्सपो धानकल उद्योग मामले में देश की सबसे बड़ी प्रदर्शनी है। दो साल के बाद यह प्रदर्शनी 17, 18 एवं 19 नवम्बर तक चलेगी। इस प्रदर्शनी में विश्व के छह बड़े देश एवं भारत के पहले 19 उद्योगों को मिलाकर करीब आठ हजार प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इस प्रदर्शनी में 150 से अधिक स्टॉल लगाए जा रहे हैं।
खाद्यमंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने केन्द्र सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि धान कृषकों से सीधे सरकार धान खरीद रही है। लेकिन वह रुपया समय पर नहीं मिल रहा है जिसकी वजह से कृषकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। दिल्ली से हमलोगों को रुपये लाने में बड़ी मुश्किल हुई। राज्य सरकार के केन्द्र सरकार के पास 1600 करोड़ रुपये बाकी थे जो बड़ी मशक्कतों के बाद मिल पाए। कभी केन्द्र सरकार 100 करोड़ तो कभी 80 करोड़ दे रही है। उसे लगता है कि यह रुपये राज्य सरकार की खाद्य विभाग खाएगा। केन्द्र से मिले रुपये के बारे में मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कहा कि इस रुपये से राइस मिल का ऋण शोध किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य के किसान एफसीआई को चावल बेचना नहीं चाहते क्योंकि उन्हें कमिशन देना होगा।
एफसीआई हमलोगों पर दया नहीं कर रही है। एफसीआई राज्य से चावल लेने के लिए मजबूर है। हमारे राज्य में हमलोग आईसीडीएस या मिड-डे मिल के लिए चावल आपूर्ति करेंगे। मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने एफसीआई को चेतावनी देते हुए कहा कि चावल बाहर नहीं भेजा जाएगा।