देवभोग (हि.स.)। साहब मुझे पेंशन दिलवा दीजिए, मेरा नाम बीपीएल कार्ड में भी है और पिछले दो साल से पेंशन पाने के लिए आवेदन लगा-लगाकर मैं थक चुका हूं। सरंपच और सचिव आए दिन गोलमोल जवाब देते फिरते रहते हैं। ऐसे में अंतिम परिस्थिति में मैं आपके पास आवेदन लेकर पहुंचा हूं। ये गुहार लाटापारा से पैदल चलकर 4 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचे दिव्यांग 65 वर्षीय बुजुर्ग लोचन राम विश्वकर्मा ने पंचायत इस्पेक्टर सदाशिव नायक से लगाई। दिव्यांग के कमर की हड्डी कमजोर पड़ गई है, ऐसे में वह ठीक से खड़ा नहीं हो पाता। कमर से झुके होने के बाद भी वह दफ्तर तक पहुंचा और रूंधे हुए गले से पूरे दस्तावेज दिखाते हुए जल्द ही पेंशन दिलाने की मांग करता हुआ नजर आया। बुजुर्ग के आवेदन पर पंचायत इस्पेक्टर ने भी आश्वासन दिया कि पंचायत से पूरी प्रक्रिया करवाकर जल्द ही उसे पेंशन दिया जाएगा।
राशन कार्ड के चावल से कट रही जिन्दगी
बुजुर्ग रोते हुए प्रतिनिधि को बताता है कि उसकी स्थिति बहुत ज्यादा दयनीय हो गई है। स्थिति यह है कि उसके दोनों बेटे भी उसका लालन-पालन नहीं करते। पत्नी के निधन के बाद वह अकेला ही टूटी झोपड़ी में रहता है। लोचनराम के मुताबिक आज भी वह छोटा-मोटा लोहा का काम कर लेता है और उससे आने वाली आमदनी से उसका जीवनयापन चलता है। लोचन बताता हैं कि राशन कार्ड से मिलने वाले 7 किलो चावल से उसका जीवन चल रहा है। ऐसे में अब उसे पेंशन की आवश्यकता है। उसे यदि पेंशन मिल जाएगा तो उसे जीवनयापन करने में कुछ राहत मिल जाएगी।
'सदाशिव नायक,पंचायत इस्पेक्टर,जनपद पंचायत देवभोग ने बताया कि आवेदन मुझे प्राप्त हुआ है। जल्द ही पंचायत से पूरे दस्तावेज पुरा करवाकर लोचनराम को पेंशन दे दिया जाएगा। '
'देवीलाल सोनवानी,सचिव,ग्राम पंचायत लाटापारा ने बताया मैं क्यों किसी को गोलमोल जवाब दूंगा। मेरे पास लोचनराम तो आया ही नहीं है। आप जैसा जानकारी दे रहे हैं, मैं कल पंचायत में जाकर उसके दस्तावेज में हस्ताक्षर कर दूंगा।'