शिमला, (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के अधिक उंचाई वाले इलाके बर्फ की सफेद चद्दर से ढक गए हैं। बर्फबारी से तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई और समूचा प्रदेश शीतलहर की चपेट में आ गया है। कबायली इलाकों में पारा शून्य से काफी नीचे पहुंच गया है। इस वजह से चंद्रताल, सूरजताल, नीलकंठ आदि झीलें जमना शुरू हो गई हैं।
रोहतांग दर्रे पर दो इंच के आसपास ताजा हिमपात होने का अनुमान है। वहीं लाहौल-स्पीति जिले में लेडी आॅफ केलांग, सप्तऋषि, कुंजुम दर्रा और बारालाचा की पहाड़ियों पर भी हल्की बर्फबारी हुई है। इन इलाकों में बीती रात बर्फबारी होती रही और गुरुवार सुबह यहां आसमान बादलों से घिरा हुआ है।
हिमपात के चलते लाहौल-स्पीति जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। प्रशासन ने खराब मौसम के चलते जिले में ट्रैकिंग जैसी पर्यटन गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही रोहतांग दर्रे पर बसों की आवाजाही को आंशिक तौर पर बंद कर दिया है, जबकि छोटे वाहनों के लिए दर्रा खुला रहेगा। इस बीच किन्नौर, कुल्लू, चंबा, शिमला और कांगड़ा जिलों में आज आसमान पर हल्के बादल छाए हुए हैं।
किन्नौर जिले का कल्पा में सबसे ठंडा स्थल रहा। यहां न्यूनतम तापमान माइनिस 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा लाहौल-स्पीति के केलंग में 0.5, डल्हौजी में 3.4, मनाली में 3.6, चायल में 5.6, शिमला में 5.7, सुंदरगनर में 7, चंबा में 7.1, धर्मशाला में 8.2, उना में 9.6, हमीरपुर में 10.3, बिलासपुर में 10.5 और नाहन में 11.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य के निचले व मध्यवर्ती इलाकों में बारिश व उंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात की संभावना जताई है। निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव आया है। 19 नवम्बर तक राज्य में मौसम खराब बना रहेगा।