शिमला, (हि.स.)। कुल्लू और लाहुल के बीच 13 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित रोहतांग दर्रा आधिकारित तौर पर बंद हो गया है। बुधवार को अंतिम वार वाहनों की आवाजाही आधिकारिक तौर पर समाप्त हो गई। लाहुल-स्पीति प्रशासन ने कोकसर और मढ़ी में रेस्क्यू पोस्ट स्थापित कर दी है।
लाहुल-स्पीति के उपायुक्त देवा सिंह नेगी ने बताया कि आधिकारिक तौर पर रोहतांग दर्रा वाहनों की आवाजाही के लिए बुधवार को बंद कर दिया गया है। अब लोग इस ओर आने का रिस्क न लें तो बेहतर रहेगा। लाहुल-स्पीति के एसपी गौरव सिंह ने बताया कि कोकसर और मढ़ी में बचाव चौकियां स्थापित कर दी गई है।
इन बचाव चौकियों में तैनात बचाव दल पैदल दर्रा आर-पार करने वालों को मुश्किल घड़ी में सुरक्षा और मदद मुहैया करवाएगा। दोनों रेस्क्यू पोस्ट में नौ-नौ सदस्य तैनात हैं। इसमें जहां पुलिस के तीन जवान होंगे। एक वायरलैस मैन, दो माउंटेनरिंग इंस्पेक्टर, दो पोटर, एक फार्मासिस्ट और एक कुक शामिल है।
जिला प्रशासन और पर्वतारोही संस्थान मनाली के संयुक्त सहयोग से हर साल 15 नवम्बर को बचाव चौकियों को यहां स्थापित किया जाता है। ऐसे में बुधवार को आधिकारिक तौर पर वाहनों की आवाजाही के लिए रोहतांग दर्रा बंद कर दिया गया है।
वहीं, परिवहन निगम का केलांग डिपो भी कुल्लू के लिए शिफ्ट हो गया है। अब इस डिपो की 56 बसें भी कुल्लू के विभिन्न रुटों के साथ लंबे रूटों पर दौडेंग़ी। जब तक लाहुल में बर्फबारी नहीं होती है, तब तक ये बसें रूटीन में रूटों पर दौड़ेंगी। लाहुल-स्पीति और रोहतांग में तापमान माइनस होने के चलते सड़क पर पानी जम रहा है। सुबह वाहनों को चलाना जोखिम भरा हो गया है।