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बाबा दरबार में श्रद्धालुओं के साथ सफाई पर्यवेक्षक का संवदेनहीन व्यवहार,आक्रोश
By Deshwani | Publish Date: 15/11/2017 11:49:55 AM
बाबा दरबार में श्रद्धालुओं के साथ सफाई पर्यवेक्षक का संवदेनहीन व्यवहार,आक्रोश

वाराणसी, (हि.स.)। काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दरबार में तमाम बंदिशों और पुलिसिया दुर्व्यवहार के बावजूद अगाध श्रद्धा भाव से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन में सफाई पर्यवेक्षक भी अब खलनायक बन गये हैं। श्रद्धालु आम हो या खास सफाई पर्यवेक्षकों का संवदेनहीन व्यवहार उन्हें सालने लगा है। दरबार में आम आदमी के साथ प्रतिदिन दुर्व्यवहार करने वाले मनबढ़ पर्यवेक्षक खास श्रद्धालुओं के साथ भी दुर्व्यवहार पर उतर आये है। अभी पिछले दिनो 
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा.महेन्द्र नाथ पांडेय के साथ दुर्व्यवहार का मामला शान्त भी नही हो पाया कि बीते मंगलवार को बाबा दरबार में अभिषेक करने के लिए बैठे तमिलनाडु के सांसद एम श्रीनिवास को सफाई पर्यवेक्षक ने आसन से उठा दिया। सफाई पर्यवेक्षक ने मर्यादा की सीमाओं को लांघ अनुष्ठान करा रहे शास्त्री को बुरा-भला कहा, उनके साथ दु‌र्व्यवहार किया। यह देख सकते में आए सांसद ने दु‌र्व्यवहार पर कड़ी आपत्ति की। उनके सांसद होने की बात समझ में आई तो पर्यवेक्षक के पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद उसने उन्हें गर्भगृह में आरती दर्शन के लिए बैठाया और दूसरे शास्त्रियों से अभिषेक कराया। दरबार में तमिलनाडु के सांसद श्रीनिवास बरामदे में अभिषेक करने के लिए बैठे थे। संकल्प आदि हो चुके था, इसी बीच वहां पहुंचे सफाई पर्यवेक्षक ने गर्भगृह में भोग आरती होने का हवाला देते हुए उन्हें उठा दिया। सांसद के अभिषेक के लिए टिकट दिखाने के बाद भी पर्यवेक्षक के तेवर में कमी नहीं आई। हालांकि भाषा न समझ पाने से सांसद के पल्ले बहुत कुछ तो नहीं पड़ा, लेकिन व्यवहार से वह बेहद आहत दिखे। उन्होंने कहा कि यही हाल रहा तो लोग बाबा दरबार आना ही छोड़ देंगे। 
बाबा दरबार में आयेदिन इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति से श्रद्धालुओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सूबे में सरकार बदली तो लोगों को लगा कि सन्त सूबे की शीर्ष कुर्सी पर बैठे है तो बाबा दरबार में श्रद्धालुओं को दर्शन पूजन में सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने सावन मास में दरबार में ऐसा संकेत भी दिया था। जिसका नतीजा रहा कि श्रद्धालू सावन माह के सोमवार को रेड कार्पेट से गुजर कर दरबार में श्रद्धाभाव से जाते थे। लेकिन सरकार के इस प्रयास को सफाई पर्यवेक्षक और वहां सुरक्षा ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मी ठेंगा दिखा रहे हैं। बाबा दरबार में नियमित दर्शन करने वाले अगस्तकुंडा के विजय केशरवानी,प्रकाश यादव,चेतगंज के रामा सरदार,जगतगंत के वेद प्रकाश उपाध्याय कहते है कि बाबा के दरबार में ऐसे संवेदनहीन अफसरों के खिलाफ अफसरों और शासन को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। इनके आचरण से काशी की छवि भी श्रद्धालुओं में खराब हो रही है। यह प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र हेै जहां भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा.महेन्द्र पांडेय और तमिलनाडू के सांसद के साथ दुव्र्यवहार होता हैं तो आम श्रद्धालु के साथ ये लोग कैसा व्यवहार करते होंगे समझा जा सकता हैं।
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