ऊना, (हि.स.)। कुटलैहड़ भाजपा मंडल ने पांच भाजपा कार्यकर्ताओं को पार्टी से छह साल के लिए निष्काषित कर दिया। भाजपा ने कोटला कलां गांव की पूर्व प्रधान संतोष सैनी, उनके पति और अजनोली गांव में पूर्व प्रधान सतपाल सैनी, मलांगड़ गांव के पूर्व प्रधान वीजय मलांगड़, नंगल सालंगड़ी गांव के विकास रत्तन और बंगाणा के सुदर्शन शर्मा द्वारा इन विधान सभा चुनावों के दौरान पार्टी प्रत्याशी वीरेंद्र कंवर के खिलाफ काम करने के आरोपों के चलते आज पार्टी से बाहर किया गया।
बताया गया कि इन पांच लोगों के खिलाफ कुछ पार्टी समर्थकों ने मण्डल में शिकायत की थी, जिस पर चर्चा उपरांत आज तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। संतोष सैनी हिमाचल प्रदेश हिमफेड की अध्यक्ष रह चुकी हैं, जबकि विजय मलांगड़ मण्डल भाजपा महामंत्री और सुदर्शन शर्मा भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष पद पर रह चुके हैं। भाजपा के कुटलैहड़ अध्यक्ष मनोहर लाल ने बताया कि कुटलैहड़ मण्डल में कई अन्य काली भेदों की पहचान कर रही है और तथ्यों के उजागर होने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि कुटलैहड में विस चुनाव से पहले भाजपा विधायक वीरेंद्र कंवर के खिलाफ आए गुमनाम पत्र में भी उक्त लोगों का हाथ रहा है। उन्होंने बताया कि आज पांच पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ की गई अनुशासनात्मक कार्रवाई के बारे में प्रस्ताव पारित कर जिला भाजपा तथा प्रदेश भाजपा कार्यालय को भी सूचित कर दिया है।
कुटलैहड़ के भाजपा प्रत्याशी एवं विधायक वीरेंद्र कंवर ने हलके के पांच भाजपा कार्यकर्ताओं के निष्कासन पर प्रतिक्रिया में कहा कि भाजपा मंडल कुटलैहड द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। विस चुनाव में पार्टी विरोधी काम करने वालों को भाजपा संगठन में कोई जगह नही है।
उधर, पूर्व हिमफेड अध्यक्षा संतोष सैनी ने निष्कासन को गलत ठहराते हुए कहा कि वे गत 35 वर्षों से पार्टी से मजबूती से जुड़ी हैं और उन्होंने हरोली और ऊना क्षेत्रों में इन चुनावों में काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा मण्डल उन्हें पार्टी से निकालने के लिए सक्षम नहीं है।