लखनऊ, (हि.स.)। सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी अब सार्वजनिक मंच से अपने को भगवान राम का प्रेमी कहने लगे हैं। शनिवार को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने राम और कृष्ण को भगवान विष्णु का अवतार बताया।
हिंदुस्तान शिखर समागम में अखिलेश ने कहा कि भगवान राम की कृपा से ही उन्होंने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था। सैफई में भगवान कृष्ण की मूर्ति लगाने पर अखिलेश ने कहा कि कृष्ण भी मेरे भगवान हैं और राम भी मेरे भगवान हैं लेकिन हमने कभी भाजपा वालों की तरह प्रचार नहीं किया। उन्होंने कहा कि राम और कृष्ण दोनों भगवान विष्णु के अवतार हैं।
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि इस सरकार में पिछले आठ महीने में केवल नफरत का ही विकास हुआ। पूरे प्रदेश में कोई नया काम नहीं हुआ। अखिलेश ने कहा कि योगी सरकार केवल उन्हीं कामों का उद्घाटन कर रही है, जो हमारी सरकार ने किया था।
एक सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा कि जो लोग मेरे ऊपर आरोप लगाते थे कि हमारी सरकार में पांच मुख्यमंत्री हैं, अब उन्हीं की सरकार आठ मुख्यमंत्री चला रहे हैं। इसमें एक मुख्यमंत्री स्वयं हैं, इसके बाद दो उप मुख्यमंत्री हैं, दो और बोलने वाले हैं, एक घूमने वाले तो एक और दिल्ली से उत्तर प्रदेश की सरकार चलाने वाले हैं।
एक दूसरे सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह अपना दोस्त कभी बदलते नहीं हैं। उनकी और राहुल गांधी की दोस्ती आगे भी जारी रहेगी। कहा कि सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन भी आगे जारी रहेगा। हालांकि निकाय चुनाव में दोनों दल अलग-अलग लड़ रहे हैं। हार्दिक पटेल के बारे में अखिलेश ने कहा कि आने वाले दिनों में उनसे भी दोस्ती हो जाएगी।
अखिलेश ने इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार पर भी निशाना साधा। कहा कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था के साथ बाजारों को काफी नुकसान हुआ हैं। जीएसटी पर कहा कि इसमें लगातार संशोधन हो रहा है। चुनाव जैसे-जैसे आएगा ये लोग संशोधन पर संशोधन करेंगे। सपा मुखिया ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो गयी। देश भर के अर्थशास्त्री भी इसे गलत बता रहे हैं।
परिवार में मचे विवाद पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अब कोई झगड़ा नहीं है। सब कुछ ठीक हो गया है। विधान सभा चुनाव हारने के बाद लड़ाई खत्म हो चुकी है।