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वैदिक मंत्रोच्चार से हुई भगवान धनवंतरी की पूजा अर्चना
By Deshwani | Publish Date: 18/10/2017 11:09:10 AM
वैदिक मंत्रोच्चार से हुई भगवान धनवंतरी की पूजा अर्चना

भिण्ड, (हि.स.)। भगवान धनवंतरी की वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मंगलवार शाम पूजा अर्चना की गई। उक्त आयोजन स्व. वैध जनमेजय शर्मा की प्रेरणा से प्रतिवर्ष संजीवनी औषधालय में किया जाता है। कार्यक्रम में जिलेभर के आयुर्वेद चिकित्सक व वैध, शहर के गणमान्य शामिल हुए। जिसमें प्रमुख रूप से भाजपा के जिलाध्यक्ष संजीव कांकर, जिला कांग्रेस के महामंत्री डॉ. तरुण शर्मा, सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. ओपी शर्मा, भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. एसके राजौरिया, डॉ. सुशील गुप्ता, डॉ. बीएन भारद्वाज मौजूद रहे।
 
कार्यक्रम के प्रारंभ में ज्योतिषाचार्य पं. हरगोविन्द शास्त्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना डॉ. नामदेव शर्मा के करकमलों से कराई। तत्पश्चात आरती हुई। इस अवसर पर सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. ओपी शर्मा ने भगवान धनवंतरी के महत्व पर प्रकाश डाला। वे आयुर्वेदिक चिकित्सा के प्रणेता थे। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में संस्कृत का अपना स्थान है। जितने भी वेद, पुराण, मंत्रों की रचना है वह संस्कृत में ही है। संस्कृत भाषा सभी भाषाओं की जननी है। इसका प्रचार-प्रसार जारी रहे ताकि उसे विलुप्त होने से बचाया जा सके। 
भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक डॉ. शिवकुमार राजौरिया ने कहा कि समस्त विश्व में आयुर्वेद के प्रति विश्वास बढ़ रहा है। भारत में आज जड़ी बूटियों का संग्रह है। इसकी उपेक्षा हुई तो भारत वर्ष की जो पहिचान आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के लिए है, उसको खतरा पैदा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय आयुर्वेद संस्थान खोलकर इस पद्धति को और मजबूत बनाया है। जिससे उनकी प्रशास होनी चाहिए। इससे पूर्व आयोजक डॉ. विश्वनाथ शर्मा ने रूपरेखा रखी।
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