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स्वर्णमयी अन्नपूर्णा के दर्शन के लिए उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब
By Deshwani | Publish Date: 17/10/2017 3:01:04 PMवाराणसी, (हि.स.)। कार्तिक कृष्ण तेरस (धनतेरस) पर मंगलवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र स्थित स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा के दरबार में आधी रात से ही श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा रहा।
मां अन्नपूर्णां के स्वर्णमयी प्रतिमा का दर्शन और खजाना पाने के लिए लालायित नागरिक और महिलाएं दरबार में अलसुबह से मत्था टेकने के लिए लगभग एक किमी तक लाइन में कतारबद्ध रहे। इस दौरान लोग हर-हर महादेव और अन्नपूर्णा का जयकारा लगा एक दुसरे का उत्साह बढ़ाते रहे।
इसके पूर्व भोर में मंदिर के महंत रामेश्वर पुरी के देखरेख में माता अन्नपूर्णा का पंचामृत स्नान और श्रृंगार के बाद सिद्ध योग में प्रातः 4.35 बजे मिनट तक पूजन महाआरती के बाद मंदिर का पट आमजनों के लिए खुल गया। फिर दरबार में श्रद्धालुओं का रेला प्रथम तल पर स्थित स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। दोपहर 12.30 बजे मां के भोग आरती के लिए मंदिर का कपाट बन्द कर दिया गया। इसके बाद पुन: दरबार खुला। महंत रामेश्वर पुरी स्वयं मंदिर के प्रथम तल पर स्थित दरबार से श्रद्धालुओं को प्रसाद बांटने में लगे रहे। महन्त के हाथ मां का खजाना पाने के लिए महिलाओं में होड़ रही। इस दौरान पूरे परिक्षेत्र में सुरक्षा का कड़ा प्रबन्ध था।
श्रद्धालुओं को बांसफाटक गेट नंबर-1 (ढुंढिराज गणेश) मार्ग से प्रवेश दिया जा रहा था। मंदिर में प्रवेश कर दर्शनार्थी बाईं तरफ की सीढ़ी से प्रथम तल पर माता की स्वर्णमयी प्रतिमा का दर्शन के बाद दाहिनी तरफ की सीढ़ी से उतरकर राममंदिर होते हुए कालिका गली से बाहर निकल रहे थे। महन्त रामेश्वर पुरी ने बताया कि हर साल की तरह दीपावली के दूसरे दिन अन्नकूट पर्व मनाया जाएगा। इस मौके पर उप महंत शंकरपुरी, न्यासी के जनार्दन शर्मा, आचार्य राम नारायण द्विवेदी आदि मौजूद थे।
बतादे,धनतेरस पर मां के खजाने और धान की बाली लावा को घर में रखने से माना जाता है कि वर्ष पर्यन्त परिवार में धनधान्य की कमी नहीं होती। पूरे साल श्री समृद्धि और मां की कृपा बनी रहती है।