जम्मू, (हि.स.)। वर्ष 1966 में छात्र आंदोलन के दौरान शहीद हुए जम्मू के छात्रों को श्रद्धाजंलि अर्पित करने के लिए तीन दिवसीय ब्लैक डे के दूसरे दिन भी कॉलेजों में हड़ताल रही। जबकि जीजीएम सांइस कॉलेज के बाहर बने शहीदी स्थल पर छात्रों द्वारा शुरू किया गया अनशन मंगलवार को दूसरे दिन जारी रहा।
अनशन पर बैठने वाले छात्रों में सुनील चौहान, सुलक्ष कोतवाल, रितैष चौधरी और ऋितिक वर्मा शामिल हैं। इन छात्रों ने सोमवार को अपना अनशन शुरू किया था और वे बुधवार ब्लैक डे के अंतिम दिन अनशन समाप्त करेंगे।
जम्मू ज्वाइंट स्टूडेंट्स फेडरेशन (जेजेएसएफ) की ओर से इस अनशन का आयोजन किया जा रहा है। फेडरेशन के अध्यक्ष पुष्पिंदर सिंह मन्हास ने बताया कि मंगलवार को विभिन्न छात्र संगठनों और अन्य संगठनों के नेताओं ने शहीदी स्थल पर आकर शहीदों को पुष्पाजंलि अर्पित की और वे अनशन पर बैठे छात्रों के साथ धरने पर भी बैठे।
मन्हास ने बताया कि इन नेताओं में पैंथर्स पार्टी के प्रमुख प्रोफेसर भीम सिंह, डुग्गर क्रांति दल के नेताओं के अलावा नेशनल कांफ्रेंस छात्र संघ, आम आदमी पार्टी के छात्र नेता और अन्य शामिल रहे। उन्होंने आगे कहा कि बुधवार यानि की तीसरे दिन शहीदी स्थल पर हवन का आयोजन करने के साथ ही अनशन पर बैठे छात्रों को जूस पिलाकर उनका अनशन समाप्त करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि बुधवार या तो जम्मू विश्वविद्यालय के वीसी आरडी शर्मा या जम्मू बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएस स्लाथिया में से किसी एक को आमंत्रित करके छात्रों का अनशन समाप्त करवाया जायेगा।
सनद रहे कि जम्मू के लिए अलग विश्वविद्यालय और कृषि विश्वविद्यालय स्थापित करने की मांग को लेकर वर्ष 1966 में हुए आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में चार छात्र शहीद हो गए थे। जम्मू में स्थित जीजीएम साइंस कॉलेज के बाहर इन शहीद छात्रों का स्मारक बना हुआ है। उसके बाद से ही हर साल तीन दिनों के लिए शहीद हुए चार छात्रों की याद में समूचे जम्मू संभाग में डिग्री कॉलेज ब्लैक डे मनाते हैं और शहीद स्थल पर जाकर पुष्पाजंलि अर्पित करते हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1966 में छात्रों के आंदोलन में पुलिस फायरिंग में बृज मोहन शर्मा, सुभाष चंद्र, गुलशन हांडा और गुरचरण सिंह शहीद हो गए रहे।