भोपाल, (हि.स.)। प्रदेश के राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने सोमवार को राजधानी भोपाल स्थित पं. लक्ष्मी नारायण शर्मा कृषि उपज मंडी करोंद में कृषकों को प्रमाण-पत्र देकर भावांतर भुगतान योजना का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सागर जिले के खुरई में दिये गये उदबोधन का सीधा प्रसारण भी किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश ही नहीं बल्कि विश्व की अनूठी योजना है भावांतर भुगतान योजना।
राजस्व मंत्री गुप्ता ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिये राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी का परिणाम है कि पिछले चार वर्षों से राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश को लगातार कृषि कर्मण अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है।
कभी नहीं थी लोन की ऐसी व्यवस्था
राजस्व मंत्री ने कहा लोन की ऐसी व्यवस्था कभी नहीं थी कि एक लाख लो और 90 हजार वापस करो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों के लिये 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है। सिंचाई का रकवा वर्ष 2003-04 में सात लाख 50 हजार हेक्टेयर था, जो बढक़र अब लगभग 40 लाख हेक्टेयर हो गया है। राजस्व मंत्री ने कहा कि किसान अब तीन फसल तक ले रहे हैं। उन्होंने किसानों से कहा कि भावांतर भुगतान योजना का पूरा लाभ उठाएं, यदि कोई कठिनाई आएगी, तो उसे दूर किया जाएगा। मण्डी सचिव श्री विनय पटेरिया ने किसानों को उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस दौरान सांसद आलोक संजर, विधायक सुरेन्द्र सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष मनमोहन नागर, कृषि उपज मण्डी अध्यक्ष श्यामा भागीरथ पाटीदार और अन्य जन-प्रतिनिधि एवं कमिश्नर भोपाल संभाग अजातशत्रु श्रीवास्तव उपस्थित थे।