लखनऊ, (हि.स.)। समाजवादी पार्टी (सपा) में भले ही सुलह होने के दावे किये जा रहे हों, पर अभी यह कलह कम होती दिख नहीं रही है। आगरा में हुए सम्मेलन के बाद ऐसा लग रहा था कि पार्टी में सब ठीक हो रहा है, लेकिन सोमवार को पार्टी की 55 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की जो सूची जारी हुई, उसमें मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह को जगह नहीं मिली। इससे लग रहा है कि सपा में अभी सब कुछ ठीक नहीं है। रामगोपाल का कद बढ़ाकर उन्हें प्रमुख महासचिव और किरनमय नंदा को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
कार्यकारिणी में दस महासचिव बनाए गए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खां, नरेश अग्रवाल के साथ रवि प्रकाश वर्मा, सुरेंद्र नागर, बलराम यादव, विशम्भर प्रसाद निषाद, अवधेश प्रसाद, इंद्रजीत सरोज, रामजीलाल सुमन और रमाशंकर विद्यार्थी राजभर को महासचिव बनाया गया है।
जो. एंटोनी, रामपूजन पटेल, डॉ मधु गुप्ता, कमाल अख्तर, अभिषेक मिश्रा, राजेंद्र चौधरी, रमेश प्रजापति, पीएन चौहान, अरुणा कोरी, जावेद आब्दी को सचिव नियुक्त किया गया है। संजय सेठ को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
राज्यसभा सदस्य जया बच्चन, अहमद हसन, राम गोविंद चौधरी के साथ अबु आसिम आजमी, चंद्रपाल सिंह यादव सहित 24 सदस्य बनाये गये हैं। अल्ताफ अंसारी, किसान सिंह सैंथवार, व्यास गौड़, अक्षय यादव, मोहम्मद इकबाल कादरी और शिव कुमार राठौर विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है।