लखनऊ, (हि.स.)। प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तेजी से तैयारियों में जुट गई है। सूबे में विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद निकाय चुनाव को पार्टी की प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जा रहा है। इसलिए सरकार और संगठन दोनों इसे बेहद गम्भीरता से ले रहे हैं।
इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पांच कालीदास मार्ग स्थित सरकारी निवास पर प्रदेश सरकार के मंत्रियों, विधायकों और पार्टी संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों के बीच अहम बैठक चल रही है। यह बैठक तीन सत्रों में आयोजित की गई है।
इसमें पहला सत्र दोपहर साढ़े बारह बजे से दो बजे तक है और दूसरा सत्र अपरान्ह दो बजे से चार बजे तक और तीसरा चार बजे से शाम साढ़े छह बजे तक चलेगा। पहली बैठक में मंत्रीगण और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए हैं, जबकि दूसरी बैठक में इनके साथ विधायकों को भी शामिल किया जायेगा। अन्तिम बैठक सबसे अहम मानी जा रही है, जिसमें वरिष्ठ मंत्री, पदाधिकारी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए पहले से ही रविवार को अपना समय आरक्षित कर रखा था। वह तीनों बैठकों में शामिल होंगे। इस बैठक में सरकार और संगठन निकाय चुनाव की रणनीति को अन्तिम रूप देंगे। बैठक में संगठन की ओर से प्रमुख रूप से प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय और संगठन (महामंत्री) सुनील बन्सल मौजूद हैं।
बैठक में प्रत्याशी के चयन का आधार क्या होगा और पार्टी कार्यकर्ताओं को ज्यादा से ज्यादा टिकट देने से बिन्दू शामिल किये गये हैं। विधानसभा चुनाव में जी-तोड़ मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करने के लिए पार्टी ने अब उन्हें निकाय चुनाव में टिकट देने का मन बनाया है। हालांकि इस बात पर जोर दिया गया है कि वह जीताऊ भी होने चाहिए। इसके साथ ही सामाजिक समीकरण के मुद्दे पर भी सरकार और संगठन के लोगों से राय मशिवरा किया जायेगा।
योगी सरकार की उपलब्धियां लोगों तक पहुंचाने की कवायद
निकाय चुनाव के मद्देनजर प्रदेश सरकार के छह महीने के कामकाज की उपलब्धियों को भी जनता के बीच पहुंचाने पर जोर दिया जा रहा है। एक तरफ सरकार के मंत्री जहां लगातार अपने विभाग की उपलब्धियां को जनता के समक्ष रख रहे हैं, वहीं प्रदेश संगठन ने भी कार्यकर्ताओं को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। इसके साथ ही बीती 03 अक्टूबर से विकास सम्पर्क अभियान शुरू किया गया है जो 23 अक्टूबर तक चलेगा। इसमें एलईडी वीडियो वैन के जरिए सरकार के अहम जनकल्याणकारी फैसलों और योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
इसके अलावा आज से डोर टू डोर सम्पर्क अभियान भी शुरू किया गया है, जिसका समापन आज हो रहा है। इसमें पार्टी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर लोगों से जनसम्पर्क किया। वहीं अब 18 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी यानी छोटी दीपावली पर विकास ज्योति उत्सव (बैलून लालटेन) मनाने का भी पार्टी ने निर्णय लिया है। सम्भावना जतायी जा रही है कि 23 या 24 अक्टूबर को निकाय चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी हो सकती है। इसलिए पार्टी ने 24 से 30 अक्टूबर तक हर निकाय में सम्मेलन कराने भी फैसला लिया है।
मतदान तिथि से पांच दिन पहले तक होगा प्रचार
इसके तहत निकाय योजना सम्म्मेलन आयोजित किये जायेंगे। इसके बाद 01 नवम्बर से मतदान तिथि से पांच दिन पूर्व तक पार्टी प्रत्याशी चुनावी रणनीति के तहत सघन जनसम्पर्क करेंगे और मतदाताओं के बीच परिवार पर्ची वितरण और नुक्कड़ सभाएं आयोजित की जायेंगी। वहीं इस पूरी कवायद के बीच प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने कहा कि निकाय चुनाव में भाजपा बड़ी सफलता हासिल करेगी और अपने बीच के कार्यकर्ताओं को टिकट दिया जायेगा।
गौरतलब है कि प्रदेश के 16 नगर निगम में मेयर, 199 पालिका परिषद व 438 नगर पंचायतों में अध्यक्ष की सीटों के आरक्षण की अधिसूचना गुरूवार को जारी कर दी गई है। स्थानीय निकाय निदेशालय में 20 अक्टूबर तक इस पर आपत्तियां ली जाएंगी। नगर विकास विभाग इसके बाद सीटों के आरक्षण की अन्तिम अधिसूचना जारी करेगा। इसके आधार पर निकाय चुनाव होगा।
पालिका परिषद की 199 अध्यक्षों की सीटों में नौ सीटें एससी महिला, 16 एससी, 18 ओबीसी महिला, 35 ओबीसी, 40 अनारक्षित महिला तथा 81 सीटें अनारक्षित रखी गई हैं। इसी तरह 438 नगर पंचायत अध्यक्ष की सीटों में 19 एससी महिला, 36 एससी, 1 एसटी महिला, 40 ओबीसी महिला, 70 ओबीसी तथा 86 अनारक्षित महिला व 178 सीटें अनारक्षित रखी गई हैं।