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हाईकोर्ट की गुड़िया मामले में सीबीआई को कड़ी फटकार, 25 तक जांच पूरी करने के आदेश
By Deshwani | Publish Date: 11/10/2017 3:55:54 PMशिमला, (हि.स.)। हिमाचल हाईकोर्ट ने बहुचर्चित गुड़िया मामले में सीबीआई को कड़ी फटकार लगाते हुए बुधवार को कहा कि केन्द्रीय जांच ब्यूरो इस प्रकरण को सुलझाने में असाधारण विलंब कर रही है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय करोल और न्यायमूर्ति संदीप शर्मा की खंडपीठ ने सीबीआई को दो सप्ताह का समय देते हुए 25 अक्टूबर को तथ्यों सहित स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के आदेश दिए हैं।
बुधवार को सीबीआई ने गुड़िया मामले में अतिरिक्त समय दिए जाने का आग्रह करते हुए कहा कि उसे अभी गुजरात की फॉरेंसिक लेबोरेटरी से रिपोर्टों के आने का इंतजार है। खंडपीठ करीब 25 मिनट तक सुनवाई करती रही। उसके बाद सीबीआई को लताड़ लगाते हुए कहा कि स्टेटस रिपोर्ट क्लूलैस है। आखिर तीन माह की जांच के दौरान सीबीआई ने क्या किया? क्या मामले की जांच के लिए छह माह लगाओगे? न्यायमूर्ति संजय ने कहा कि आप (सीबीआई) ने हर सुनवाई में अतिरिक्त समय दिए जाने की मांग की है। यह पूरा मामला पब्लिक डोमेन में है। यह मामला सोशल मीडिया में चलने वाली अफवाह नहीं, बल्कि प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया में मामले की चर्चा हो रही है। आप देश की सर्वोच्च एजेंसी हैं और यदि इस मामले के तथ्यों को सामने नहीं लाएंगे तो क्या एनआईए लाएगी?
उन्होंने सीबीआई जांच पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जिस केस में वह तत्परता दिखाती है, उसे ओवरनाइट ही सुलझा लेती है। लेकिन गुड़िया मामले में कई बार समय दिन जाने के बावजूद स्टेटस रिपोर्ट क्लूलैस है। खंडपीठ ने मामले में हो रही देरी पर सीबीआई के निदेशक को तलब करने तक की बात कह दी। अंत में सीबीआई ने हाईकोर्ट से गुहार लगाई गई कि उसे एक आखिरी मौका दिया जाए। इस मामले से जुड़ी फोरेंसिक, ब्रेन मैपिंग, डीएनए व अन्य रिपोर्ट 16 अक्टूबर तक आनी हैं। इस पर खंडपीठ के तेवरों में नरमी आई और सीबीआई को दो हफ्ते का समय देने का आदेश सुनाते हुए कड़े शब्दों में कहा कि 25 अक्टूबर को वह स्टेटस रिपोर्ट तथ्यों सहित प्रस्तुत करे।
उल्लेखनीय है कि गुड़िया 4 जुलाई से लापता थी और उसका शव 6 जुलाई को कोटखाई के हलाइला के जंगल में मिला था। राज्य पुलिस ने इस मामले की जांच को एसआईटी का गठन किया था और उसने छह लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक आरोपी सूरज की कोटखाई पुलिस लॉकअप में हत्या हो गई थी। इसका आरोप गुड़िया मामले के दूसरे आरोपी राजू पर लगा था। इस घटना के बाद कोटखाई में लोग भड़क गए थे और उन्होंने थाने को ही फूंक दिया था।