भीलवाड़ा, (हि.स.)। भीलवाड़ा जिले की कोटडी पंचायत समिति के सभागार में उस समय जोरदार हंगामा हो गया जब जिला परिषद से कोटडी साधारण सभा की बैठक में पहुंचे अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी (एसीईओ) मुकेश मीणा शराब के नशे में धुत्त थे। इस कारण साधारण सभा की बैठक प्रधान सुमन गुर्जर, विधायक धीरज गुर्जर , विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद मीणा, की मौजूदगी में सदन में बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गया ।
सदस्यों ने एसीईओ मीणा के खिलाफ पुलिस की मौजूदगी में मेडिकल मुआयना कराने की मांग करते हुए निंदा प्रस्ताव पारित कर दिया । उप प्रधान बृजराज कृष्ण उपाध्याय ने सदन में शराब पीकर आने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग करते हुए सदन में हंगामा कर दिया । इस पर सभी सरपंचों ने भी हंगामा करते हुए सदन की कार्रवाई ठप कर दी । पंचायत समिति सदस्य मनीष गुर्जर ने एसीईओ मीणा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। सदन में एकाएक विरोध प्रदर्शन में हंगामा देखकर एसीईओ मीणा सभागार के बाथरुम में जा छिपे ।
उपखंड अधिकारी उम्मेद सिंह राजावत ने कार्यवाही का आश्वासन दिया तब जाकर सदस्य हंगामा करते हुए रुके। एसडीएम राजावत ने एसईओ मीणा का मेडिकल मुआयना करने का आश्वासन दिया व पुलिस को मौके पर बुलाया एवं मीणा को बाथरुम से निकालकर अस्पताल मेडिकल मुआयना करने के लिए ले जाने लगे । जिस पर एसीईओ मीणा कार में बैठकर भाग गए । राजावत एवं विधायक धीरज धीरज गुर्जर ने सदन में ही सारे मामले का घटनाक्रम फोन पर जिला कलेक्टर को बताया । जिला कलेक्टर के निर्देश पर एसीईओ मीणा वापस कोटडी पहुंचे । मीणा का उपखंड अधिकारी व पुलिस की मौजूदगी में मेडिकल मुआयना कराया गया। राजावात ने बताया कि ऐसी मीणा की मेडिकल जांच रिपोर्ट जिला कलेक्टर को भेज दी गई है। डॉक्टर कन्हैया लाल यादव ने बताया कि मीणा के मेडिकल में एल्कोहल की मात्रा पाई गई है ।
बैठक की अध्यक्षता कर रही प्रधान सुमन गुर्जर ने कहा कि पंचायत समिति की जनरल हाउस बैठक में किसी भी अधिकारी, जनप्रतिनिधि का शराब पीकर आना गलत है । सदन में सदस्यों ने एसीईओ मुकेश मीणा पर शराब पीकर का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया ।इस प्रकार जिम्मेदार अधिकारी का सदन में नशा करके आना पद की गरिमा के खिलाफ है । सदन में मीणा के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया । वही उम्मेद सिंह राजावत ने कहा कि सदन में शराब पीकर आना गलत है साधारण सभा की बैठक में मेरी मौजूदगी में जनप्रतिनिधियों ने मीणा पर शराब पी कराने का आरोप लगाया । सदन में ज्यादा हंगामा होते देख कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया । मीणा का मेडिकल करवाकर रिपोर्ट कलेक्टर को भिजवा दी गई ।
वही एसीईओ मीणा ने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप सभी निराधार वह झूठे हैं । मैं सदन में शराब पीकर नहीं गया । हंगामा देख कर मैं भीलवाड़ा के लिए निकल गया था । कलेक्टर साहब के निर्देश पर वापस कोटड़ी पहुंच कर मेडिकल करवा लिया । शराब पी रखी या नहीं इसका खुलासा जांच रिपोर्ट में साफ हो जाएगा ।
जिला परिषद के सीईओ गजेंद्र सिंह पर कथित रूप से आरोप लगाते हुए विधायक धीरज गुर्जर ने कहा कि साधारण सभा की बैठक का माहौल खराब करने के लिए शराब पीए हुए अधिकारी एसीईओ मुकेश मीणा को बैठक में भेजा गया । लेकिन मैंने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच में ढाल बनकर बढ़ा टकराव होने की घटना को रोका । अगर कोई भी बड़ी घटना हो जाती तो उसके जिम्मेदार जिला परिषद के सीईओ होते ।