लखनऊ, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार की महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि पिछली सरकारों में इस मंत्रालय की बहुत उपेक्षा हुई है लेकिन योगी सरकार में ऐसा नहीं है और अब परिस्थितियां बदली हैं।
मंगलवार को रीता बहुगुणा जोशी बापू भवन में अपने विभाग की उपलब्धियों पर पत्रकारों से चर्चा कर रहीं थी। उन्होंने बताया कि सरकार जीरो टालरेन्स की नीति पर काम कर रही है। उसका अनुपालन कराते हुए हमने अपने विभाग में पारदर्शी व्यवस्था लागू की है। महिला कल्याण निदेशालय में स्टेट डाटा मैनेजमेन्ट सेन्टर की स्थापना की है। यह सेन्टर सभी जनपदों में स्थित राजकीय एवं स्वैच्छिक संगठनों द्वारा संचालित है। महिला, वृद्धाश्रम एकल श्रमजीवी महिला छात्रावासों को सीसीटीवी कैमरा एवं बायोमैट्रिक्स डिवाइस से जोड़ा जायेगा।
जोशी ने बातया कि सड़कों पर घूमने वाली विक्षिप्त, निराश्रित एवं मानसिक मन्दित महिलाओं बलिकाओं को बेहतर आवास और चिकित्सा की व्यवस्था कराई जायेगी। साथ ही 12 जनपदों लखनऊ, बरेली, वाराणसी, झांसी, आगरा,गोरखपुर, मिर्जापुर, नोएडा, सहारनपुर, पीलीभीत, कानपुर एवं इलाहाबाद में पी.पी.मॉडल पर गृह संचालित हैं।
उन्होंने बताया कि 181 महिला हेल्पलाइन की काल सीटर क्षमता को 06 से बढ़ाकर 30 सीटर किया गया है जिससे प्रदेश के सभी जनपदों से आने वाली काल पर त्वारित कार्यवाही की जा सकेगी। 181 महिला हेल्पलाइन पर प्राप्त सूचना के अनुसार संकटग्रस्त महिलाओं को त्वरित सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रदेश के 64 अवशेष जनपदों में एक-एक रेस्क्यू वैन उपलब्ध कराई गई है।
मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश में रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष के अर्न्तप्रदेश में अब तक 717 लाभार्थियों को 25.37 करोड़ की धनराशि उपलब्ध कराई गयी है।
लखनऊ, बलिया, इलाहाबाद के गृहो में आवासित 19 बालिकाओं को होटल मैनेजमेन्ट कोर्स के लिए ईको संस्था, बंगलुरू में प्रवेश दिलाया गया। उन्होंने बताया कि भीख मांगने वालों बच्चों के लिए भी हमारी सरकार विशेष सुविधाएं प्रदान करेगी। यूनीसेफ के साथ मिलकर महिला एवं विकास मंच की स्थपना की जायेगी जो दिसम्बर से 7 जिलों में शुरू हो जायेगी। प्रथम चरण में इलाहाबाद, बलरामपुर, श्रावास्ती,जौनपुर, गोरखपुर, बनारस, बहराइच में इसकी शुरुआत होगी। दूसरा चरण अगली साल शुरू होगा। इसके अर्न्तगत ग्राम प्रधान के साथ मिलकर स्थानीय स्तर की समस्याओं का निस्तारण करने का प्रयास किया जायेगा।