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उत्कर्ष अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित
By Deshwani | Publish Date: 9/10/2017 12:58:26 PM
उत्कर्ष अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित

सुकमा (हि.स.)। कुम्हाररास में स्थित शबरी ऑडिटोरियम में रविवार को कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य के द्वारा उत्कर्ष अभियान की समीक्षा की गई। जिला प्रशासन द्वारा संचालित उत्कर्ष अभियान पोटाकेबिन, आश्रम छात्रावास की उचित संचालन के लिए निरीक्षण अभियान है जिसके तहत जिला स्तरीय अधिकारियों और मैदानी अधिकारियों द्वारा 23 सितंबर को आबंटित जिले के सभी आश्रम, पोटाकेबिनों का निरीक्षण किया था। समीक्षा में निरीक्षण के दिन सर्वाधिक बच्चे जिस पोटाकेबिन के अनुपस्थित रहे उसके लिए कलेक्टर ने विभागीय जाँच के आदेश दिए, साथ ही दो अधीक्षको को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और एक अधीक्षक को एक माह का वेतन काटते हुए अधीक्षक पद से हटाने के निर्देश जारी किया गया ।
समीक्षा बैठक में विभिन्न बिन्दुओ पर चर्चा किया गया जिसमें बच्चों के लिए प्रशासन द्वारा बनाये अवकाश नियमो का पालन करवाने के सक्त हिदायत अधीक्षकों को दिया गया, साथ ही पालको को नियम से अवगत करवाने कहा। इस नियम का ठीक से पालन नहीं करवाने वाले बालक आश्रम मानकापाल के अधीक्षक का 15 दिन का वेतन काटने के निर्देश जारी किया गया साथ ही पालकों का सम्मेलन दिवाली त्यौहार के बाद करने के लिए कहा गया। गोल्लापाली कन्या आश्रम के पूर्व अधीक्षिका से प्रभार लेने कहा गया अगर दो दिन में प्रभार नहीं दी तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए सहायक आयुक्त को निर्देश दिए ।
समीक्षा में कैशबुक संधारण, बच्चों के अध्ययन स्तर, अध्ययन रोस्टर का पालन, स्वच्छता, शिशुवृत्ति, स्वास्थ्य सेवा के तहत चर्म रोग का इलाज, आश्रम पोटाकेबिन में दवाइयों की उपलब्धता, कक्षों में पंखा, सोलर पैनल को दुरुस्त करने, विद्युत व्यवस्था, अतिरिक्त कक्ष की आवश्यकता, शिक्षकों की आवश्यकता आदि विषयों पर चर्चा किया गया। साथ में सभी पर्यवेक्षकों द्वारा निरिक्षण में पाई गई कमियों को चर्चा किया गया, जिसमें महिला अधिकारियों द्वारा बालिका आश्रमों में विशेष रूप से बालिका स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की कमी से अवगत करते हुए शौचालय,बाथरूम की कमी,पेयजल की आवश्यकता आदि तथ्यों को रखे। जिसे कलेक्टर सर ने प्राथमिकता के साथ बालिका आश्रम में शत-प्रतिशत शौचालय व बाथरूम का निर्माण, पेयजल की उपलब्धता, विद्युत और पंखो की उपलब्धता सुनिश्चित करने कहा। उसके बाद अतरिक्त कक्षों की मांग की जरूरत के आधार पर पूरा करने कहा। साथ ही बालिका लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए नोडल अधिकारी गठित कर महिला एवं बाल विकास विभाग से समन्वय कर कार्य करने की कार्ययोजना बनाई गई।
इस अवसर पर एस डी एम जे आर चैरसिया, सहायक आयुक्त पीएल रामटेके, डिप्टी कलेक्टर रवि साहू सहित सभी जिला अधिकारी और अधीक्षक गण उपस्थित रहे। 
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