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ममता के बिना मुकुल का कोई अस्तित्व नहीं : पार्थ
By Deshwani | Publish Date: 5/10/2017 8:31:33 AM कोलकाता, (हि.स.)। तृणमूल छोड़ने की घोषणा करने के बाद लगातार भाजपा के सम्पर्क में रहने वाले मुकुल राय द्वारा भाजपा के साम्प्रदायिक दल नहीं होने के दावे पर पलटवार करते हुए तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी ने करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी की साफ व लड़ाकू छवि के बल पर ही मुकुल को पहचान मिली है। ममता से सम्पर्क हटते हीं वे इतिहास बन जाएंगे। दरअसल मुकुल राय की राजनीतिक गतिविधियों को लेकर तृणमूल कांग्रेस काफी सजग है। मुकुल के सम्पर्क वाले तृणमूल नेताओं के पार्टी छोड़ने की आशंका के मद्देनजर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी चिंतित हैं। इस लहजे से मुकुल के हरेक कदम व पार्टी में उनसे सम्पर्क रखने वाले नेताओं पर भी नजर रखी जा रही है। अगले सप्ताह मुकुल दिल्ली राजनीतिक रुख साफ करेंगे, लेकिन उनकी अब तक की राजनीतिक गतिविधियों से यह साफ हो गया है कि उनका झुकाव भाजपा की तरफ है। बुधवार को संवाददाताओं से राय ने कहा कि भाजपा सांप्रदायिक पार्टी नहीं है। 1998 में तृणमूल अपने जन्म से ही भाजपा की सहयोगी रही है। इसपर पलटवार करते हुए पार्थ ने कहा कि ममता ने इतिहास रचने के साथ तृणमूल कांग्रेस का गठन किया है। इसे तोडऩा किसी के लिए आसान नहीं है। तृणमूल का कोई भी कार्यकर्ता मुकुल का साथ नहीं देगा।