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गोपीनाथ मुंडे की तरह संघर्ष कर रही हैं ग्राम विकास मंत्री पंकजा मुंडे : प्रकाश महाजन
By Deshwani | Publish Date: 4/10/2017 11:07:25 AMमुंबई, (हि.स.)। ग्राम विकास मंत्री पंकजा मुंडे को पार्टी में संघर्ष करना पड़ रहा है और उसने दशहरा सम्मेलन में भीड जमा करके सभी को मुंहतोड़ जवाब दिया है। भाजपा को इसे अच्छी तरह से संज्ञान में लेना होगा तो ही वह फायदे में रहेगी। ऐसा वक्तव्य पंकजा के मामा प्रकाश महाजन ने देते हुए कहा है कि जिस तरह का संघर्ष भाजपा के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे ने किया था, ठीक उसी तरह का संघर्ष पंकजा मुंडे को भी करना पड़ रहा है।
ग्राम विकास मंत्री पंकजा मुंडे के मामा प्रकाश महाजन का कहना है कि दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे ने जिस तरह से संघर्ष करके अपने नेतृत्व क्षमता को दिखाया था। ठीक उसी तरह पंकजा को संघर्ष करके अपनी नेतृत्व क्षमता को दिखाना पड रहा है। नेतृत्व क्षमता दिखाने के लिए नेताओं को पंकजा की तरह कार्य करना चाहिए। भगवानगढ पर दशहरा सम्मेलन को लेकर केवल गढ के महंत नामदेव शास्त्री ने विरोध किया था। इसलिए प्रशासन ने दशहरा सम्मेलन करने की अनुमति नहीं दी, यही नहीं प्रशासन ने गढ को छावनी के रुप में तब्दील कर दिया था।
सत्ताधारी पार्टी के एक कैबिनेट मंत्री को सभा के लिए अनुमति क्यों नहीं मिली? यह बोलने की जरूरत नहीं है, लोग सब समझते हैं। प्रकाश महाजन का कहना है कि पंकजा का पार्टी में अप्रत्यक्ष रूप से विरोध किया जा रहा है। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए महाजन ने कहा कि भगवान गढ जिस अहमदनगर जिले में है, वहां के पालकमंत्री राम शिंदे हैंं।
दशहरा सम्मेलन विवाद में उनकी कोई स्पष्ट भूमिका नहीं थी, इसलिए उन्हें सावरगांव घाट पर जनाक्रोश का सामना करना पडा। गोपीनाथ मुंडे ने जिसे नेता बनाकर तैयार किया, जब वही पंकजा के साथ नहीं है तो उसे लोगों के आक्रोश का सामना करना ही पडेगा।